Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

हमास चीफ इस्माइल हानिया की ईरान में हत्या, इजरायल पर लगा आरोप

Published

on

Loading

नई दिल्ली। हमास चीफ इस्माइल हानिया की ईरान में हुए एक हमले में मौत हो गई। ईरान की सेना ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इसकी पुष्टि की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, तेहरान में स्थित इस्माइल हानिया के घर पर हमला हुआ, जिसमें एक अंगरक्षक समेत इस्माइल हानिया की मौत हो गई। हमास ने भी इस्माइल हानिया की हत्या की बात स्वीकार की है और इसका आरोप इस्राइल पर लगाया है।

हमास से जुड़े शेहब समाचार आउटलेट ने हमास के अधिकारी मौसा अबू मरजौक के हवाले से कहा है कि हत्या को कायरतापूर्ण कृत्य बताया। इतना ही नहीं हमास ने कहा कि इस्माइल हानिया की मौत बेकार नहीं जाएगी। हमास ने इस हमले का बदला लेने की धमकी दी है।

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बुधवार को तेहरान में इस्माइल हानिया की मौत की पुष्टि की है। हमास ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। दरअसल, पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में हमला किया था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 250 लोगों को बंधक बनाया गया था। इस हमले के बाद से हमास के टॉप लीडर्स इजरायल के निशाने पर हैं।

हानिया ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और कतर में रह रहे थे। गाजा में हमास के शीर्ष नेता येह्या सिनवार हैं, जिसने 7 अक्टूबर के हमले की साजिश रची थी। इससे पहले अप्रैल में हानिया के परिवार पर इजरायल की ओर से हमला किया गया था। इजरायली एयरस्ट्राइक में हमास के तीन बेटे और चार पोते मारे गए थे। हमास ने इस हमले को आतंकी कार्रवाई बताया था। कुछ समय पहले इस्माइल हानिया ने कहा था कि इजरायल के साथ इस जंग में उसके परिवार के 60 लोगों की मौत हुई है। इजरायल से इस जंग में फिलिस्तीन में अब तक करीब 38 हजार लोग मारे गए हैं।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

इजरायल का गाजा पर जोरदार हवाई हमला, डीजीपी समेत 70 फिलिस्तीनियों की मौत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इजरायल ने गुरुवार को गाजा में एक शरणार्थी क्षेत्र समेत कई जगहों पर हवाई हमले किए। इसमें गाजा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) और उनके सहायक समेत 70 फलस्तीनी मारे गए। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने बताया कि इजरायली सेना ने गुरुवार को 30 से अधिक हमले किए। इनमें अल-मवासी के तथाकथित मानवीय क्षेत्र और उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर पर भी अटैक हुआ।

मीडिया कार्यालय ने एक बयान में कहा, “इजरायली एयर स्ट्राइक में नागरिकों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।” रिपोर्ट के मुताबिक चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि गाजा के पुलिस बल के प्रमुख महमूद सलाह और उनके डिप्टी हुसाम शाहवान उन 12 लोगों में शामिल थे, जो अल-मवासी में एक टेंट शिविर पर हुए हमले में मारे गए। सलाह एक अनुभवी अधिकारी थे। उन्होंने पुलिस में 30 साल बिताए थे और करीबी छह साल तक इसके प्रमुख रहे।

गाजा के आंतरिक मंत्रालय ने हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि दोनों पुलिस अधिकारी ‘हमारे लोगों की सेवा करके अपना मानवीय और राष्ट्रीय कर्तव्य निभा रहे थे।’ मंत्रालय ने इजरायल पर घातक हमले के जरिए गाजा में ‘अराजकता’ फैलाने और ‘मानव पीड़ा’ को बढ़ाने का आरोप लगाया। इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने वार्ताकारों को कतर की राजधानी दोहा में बातचीत जारी रखने के लिए कहा है ताकि बंधकों की रिहाई के लिए डील फाइनल की जा सके। हाल ही में इजरायल और हमास ने समझौते में देरी को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे।

कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका कई महीनों से अप्रत्यक्ष वार्ता के माध्यम से दोनों पक्षों के बीच एक फाइनल डील करवाने का प्रयास कर रहे हैं। इजरायली हमलों में 2025 के पहले दो दिनों में जान गंवाने वालों की संख्या के साथ गाजा में मृतकों की संख्या 46,000 से अधिक हो गई है।

 

Continue Reading

Trending