Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बिहार : इंदिराराज को ब्रिटिश राज से बदतर बताने पर भड़की कांग्रेस

Published

on

बिहार, इंदिराराज ब्रिटिश राज से बदतर, भड़की कांग्रेस, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आपातकाल के समय हुए दमन, जयप्रकाश नारायण (जेपी)

Loading

पटना| बिहार सरकार की वेबसाइट पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासन काल को ब्रिटिश राज से भी बदतर बताए जाने पर बिहार सरकार में भागीदार कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस ने कहा है कि इस बात की शिकायत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की जाएगी। बिहार सरकार की वेबसाइट पर एक लेख में इंदिरा गांधी के निरंकुश शासन और आपातकाल के समय हुए दमन और जयप्रकाश नारायण (जेपी) का जिक्र करते हुए लिखा गया है, “वह जेपी ही थे, जिन्होंने मजबूती से इंदिरा के एकतरफा शासन और उनके छोटे बेटे संजय गांधी का विरोध किया था। जेपी के विरोध को जनता के समर्थन से डर कर ही इंदिरा गांधी ने 26 जून, 1975 को देश में आपातकाल की घोषणा की और उन्हें गिरफ्तार करवा दिया था। उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा गया था, जहां अपराधियों को रखा जाता है।”

इस लेख में बिहार के इतिहास की चर्चा करते हुए लिखा गया है कि आपातकाल का विरोध करने पर लोकनायक जय प्रकाश नारायण के साथ इंदिरा गांधी का व्यवहार ब्रिटिश राज में किए गए बर्ताव से भी खराब था। इस मामले के मीडिया में आने के बाद कांग्रेस के नेता नाराज हो गए हैं। राज्य के शिक्षामंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि प्रत्येक कांग्रेसजन को इंदिरा गांधी पर गर्व है। उन्होंने कहा, “यह उल्लेख पूर्णतया अस्वीकार्य है और उनकी पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष यह मुद्दा उठाएगी।” कांग्रेस प्रवक्ता सरबत जहां फातिमा ने कहा, “यह न केवल गलत है, बल्कि निंदनीय भी है। हम इस मामले को बिहार सरकार के सामने उठाएंगे।” एक अन्य कांग्रेस नेता प्रेम चंद मिश्रा ने कहा कि पार्टी इस मामले को देखेगी। यह बेहद गंभीर है। इस बीच जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों को कुरेदना सही नहीं है, सरकारी मशीनरी के तहत काम होता है। उन्होंने कहा कि यह सरकारी बेबसाइट पर उजागर हुआ है और इस पर सरकार उचित निर्णय लेगी।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending