मुख्य समाचार
आईपीएल : फाइनल के लिए आज आमने-सामने होंगे गुजरात, हैदराबाद
नई दिल्ली| गुजरात लायंस और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें शुक्रवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दूसरे क्वालीफायर मैच में आमने-सामने होंगी। दोनों का लक्ष्य पहली बार फाइनल में जगह बनाना होगा। लीग दौर में अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली गुजरात को पहले क्वालीफायर में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। अगर वह शुक्रवार को हैदराबाद को हरा देती है तो फाइनल में उसे एक बार फिर बेंगलोर के खिलाफ खेलना होगा।
लीग दौर में चौथे स्थान पर रहने वाली हैदराबाद ने एलिमिनेटर में बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को हराकर दूसरे क्वालीफायर में जगह बनाई है।
सनराइजर्स की टीम 2013 से आईपीएल में खेल रही है, लेकिन अभी तक एक भी बार फाइनल में नहीं पहुंच सकी है। आने वाले शुक्रवार को उसके पास पहली बार फाइनल खेलने का सुनहरा मौका है। लीग दौर में हैदराबाद ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर गुजरात को दोनों मुकाबलों में हराया था।
टीम की बल्लेबाजी का दारोमदार कप्तान डेविड वार्नर और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के कंधों पर होगा। दोनों ही बल्लेबाज अभी तक टीम की बल्लेबाजी की धुरी बने हुए हैं। वार्नर ने अभी तक 686 रन बनाए हैं तो वहीं, धवन के खाते में 473 रन हैं।
गुजरात को जीतने के लिए इन दोनों ही बल्लेबाजों को जल्द आउट करने की जरूरत होगी।
बुधवार को कोलकाता के खिलाफ 30 गेंदों में 44 रनों की पारी खेलने वाले युवराज सिंह का मनोबल काफी बढ़ा होगा। ऐसे में वह किसी भी टीम के लिए बड़ा खतरा बना सकते हैं।
इनके अलावा, केन विलियमसन, दीपक हुड्डा, मोइसिस हेनरिक्स पर भी मध्य क्रम की जिम्मेदारी होगी।
हैदराबाद की गेंदबाजी काफी मजबूत है और टीम को उसने काफी सफलता दिलाई है। मुस्तफिजुर रहमान और भुवनेश्वर कुमार ने ना सिर्फ टीम को शुरुआती सफलता दिलाने में मदद की है बल्कि अपनी यॉर्कर गेंदों से अंतिम ओवरों में बल्लेबाजों को रन बनाने से भी रोका है। चोटिल आशीष नेहरा की अनुपस्थिति में पंजाब के बरेंदर सरन ने भुवनेश्वर और रहमान का अच्छा साथ दिया है।
वार्नर ने बुधवार को मैच के बाद कहा था, “गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की है। नेहरा के अनुभव का ना मिल पाना हमारे लिए बड़ा नकुसान है। उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की।”
वार्नर अपनी विपक्षी टीम गुजरात की खतरनाक बल्लेबाजी से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
गुजरात की बल्लेबाजी की धार ड्वायन स्मिथ, ब्रेंडन मैक्लम, एरॉन फिंच और कप्तान सुरेश रैना से है। इन सभी ने इस सत्र में बताया है कि यह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ आसानी से रन बना सकते हैं।
इनके अलावा दिनेश कार्तिक और ड्वायन ब्रावो ने निचले क्रम में टीम के लिए उपयोगी योगदान दिया है।
गुजरात की गेंदबाजी भी अभी तक शानदरा रही है। प्रवीण कुमार, धवल कुलकर्णी, ब्रावो और रविन्द्र जडेजा ने टीम को सफलता दिलाई हैं।
टीम के पास इन गेंदबाजों के अलावा शिविल कौशिक और शादाब जकाती के रूप में दो विकल्प हैं।
टीमें (संभावित) :
गुजरात लायंस : सुरेश रैना (कप्तान) सरबजीत लड्डा, अक्षयदीप नाथ, ड्वायन ब्रावो, पारस डोगरा, एकलव्य द्विवेदी, जेम्स फॉल्कनर, एरॉन फिंच, इशान किशन, रविन्द्र जडेजा, शादाब जकाती, दिनेश कार्तिक, शिविल कौशिक, धवल कुलकर्णी, प्रवीण कुमार, ब्रेंडन मैक्लम, प्रदीप सांगवान, जयदेव शाह, उमंग शर्मा, ड्वायन स्मिथ, डेल स्टेन, प्रवीण ताम्बे, एंड्रयू टाय।
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), आशीष रेड्डी, रिकी भुई, बिपुल शर्मा, ट्रेंट बाउल्ट, बेन कटिंग, शिखर धवन, मोइसिस हेनरिक्स, दीपक हुड्डा, सिद्धार्थ कौल, भुवनेश्वर कुमार, अभिमन्यु मिथुन, इयोन मोर्गन, मुस्तफिजुर रहमान, नमन ओझा, विजय शंकर, कर्ण शर्मा, बरेंदर सरन, त्रिमालसेट्टी सुमन, आदित्य तारे, केन विलियमसन और युवराज सिंह।
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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।
उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।
विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा
प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।
विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान
योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।
समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा
पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।
खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।
बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति
चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।
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