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कन्नड़ एक्टर दर्शन थुगुदीपा को जेल में मिल रहा था वीआईपी ट्रीटमेंट, सात अधिकारी सस्पेंड

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बेंगलुरु। कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा को हिरासत में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक वीडियो वायरल हुई। जांच के बाद बेंगलुरु जेल के सात अधिकारियों पर एक्शन लिया गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मामले पर कहा कि पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर एक्शन लिया है। उन्होंने पाया कि इसमें सात अधिकारी शामिल थे और उन्हें निलंबित कर दिया गया है। अब मामले की आगे की जांच की जा रही है, क्योंकि ये गंभीर सुरक्षा चूक है।

गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, “पुलिस ने वहां पहुंचकर जांच की प्रक्रिया शुरू की। प्रारंभिक जांच के आधार पर उन्होंने पाया कि इसमें जेल के 7 अधिकारी शामिल हैं और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। अब हम मामले की आगे जांच कर रहे हैं। जब गृह मंत्री से यह सवाल किया गया कि क्या यह जेल अधिकारियों की लापरवाही है या कोई और चूक हुई है, तो इस पर मंत्री ने कहा, “हां… मैं इस बात को आप लोगों के सामने स्वीकार करता हूं कि यह जेल अधिकारियों की चूक का नतीजा है। बिना उनकी लापरवाही के ऐसा नहीं हो सकता कि किसी आरोपी को इस तरह से वीआईपी ट्रीटमेंट मिले। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि इस तरह की घटना दोबारा ना हो।”

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट जमा होते ही जेल अधीक्षक का तबादला कर दिया जाएगा। अगर वरिष्ठ अधिकारियों इसमें शामिल पाए जाते हैं तो बिना किसी हिचकिचाहट के उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि डीजी जेल सोमवार सुबह बेंगलुरु सेंट्रल जेल पहुंचे हैं और जांच जारी है। जब उनसे पूछा गया कि क्या दर्शन को किसी दूसरी जेल में भेजा जाएगा, तो परमेश्वर ने कहा कि विभाग इस पर विचार करेगा। उन्होंने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो हम एक और केस दर्ज करेंगे।”

परमेश्वर ने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद जेलर शरण बसावा अमीनगड़ा, प्रभु एस खंडेलवाल, सहायक जेलर एलएस टिप्पे स्वामी और श्रीकांत तलवार, हेड वार्डन वेंकटप्पा मूर्ति, वार्डन बसप्पा तेली और हेड वार्डन वेंकटप्पा कट्टोली और संपत कुमार कडापट्टी को निलंबित कर दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या दर्शन मामले में सरकार पर दबाव है, तो परमेश्वर ने कहा, कोई दबाव नहीं है। उन्होंने दोहराया, “हम सिस्टम को दुरुस्त और सख्त करेंगे। किसी दबाव में आने का कोई सवाल ही नहीं है।” दर्शन को जेल की विशेष बैरक में रखा गया है।

जब उनसे बीजेपी द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बारे में पूछा गया, तो मंत्री ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि लोग कुछ भी कह सकते हैं, उस पर मैं क्या ही टिप्पणी करूं, लेकिन हमारी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें हमें पूरी करनी है और हम करके रहेंगे। ऐसा नहीं हो सकता कि किसी ने कुछ कह दिया और उसे हम स्वीकार कर लें, हम ऐसा नहीं कर सकते।”

इससे पहले बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा था, “क्या कांग्रेस पार्टी का यही न्याय है। कर्नाटक सरकार और पुलिस का कच्चा चिट्ठा सामने आ चुका है। आरोपी दर्शन की तस्वीर सामने आई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे उसे जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। एक हाथ में कॉफी तो दूसरे हाथ में सिगरेट लेकर वो अन्य लोगों के साथ गप्पे मारता हुआ दिख रहा है, लेकिन वहां का प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।”

बता दें कि रेणुकास्वामी हत्याकांड मामले में कन्नड़ अभिनेता दर्शन जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट लेता हुआ दिख रहा है। इसके बाद से बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। आरोपी अभिनेता के अलावा, सात अन्य आरोपी भी जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट लेते हुए दिख रहे हैं। दर्शन का एक हाथ में कॉफी और दूसरे हाथ में सिगरेट का वीडियो वायरल हो गया है।

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नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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