Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

इन तीन तरीकों से कर्नाटक में येदियुरप्‍पा बचा सकते हैं अपनी कुर्सी

Published

on

Loading

कर्नाटक विधानसभा में शनिवार शाम 4 बजे फ्लोर टेस्‍ट होना है। बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस अपने-अपने विधायकों को लेकर बहुत सतर्क हैं। इस बीच बीजेपी ने अपने विधायक केजी बोपैय्या को प्रोटेम स्‍पीकर बना दिया है जिससे उसके विधायकों की संख्‍या 104 से घटकर 103 रह गई है। अब नियमत: प्रोटेम स्‍पीकर वोटिंग नहीं कर सकता लेकिन मामला बराबरी का होने पर वह वोट दे सकता है।

उधर जेडीएस की भी एक सीट कम हो गई है। जेडीएस के एचडी कुमारस्‍वामी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था, उन्‍हें एक सीट छोड़नी होगी। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की संख्‍या 115 रह जाएगी। कुल विधायक 221 हैं इसलिए अब बहुमत के लिए 111 सीटें चाहिए।

चूंकि बदले हालात में बीजेपी के पास 103 सीटें हैं इसलिए 111 का आंकड़ा छूने के लिए उसे आठ विधायकों का समर्थन और चाहिए। अब या तो वह किसी तरह से समर्थन जुटाए या फिर ये तिकड़म भिड़ाए :

पहली तिकड़म : बीजेपी कम से कम आठ या उससे अधिक कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को अपने पक्ष में वोट करा ले जाए। लेकिन अगर पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर वोटिंग करने वाले इन विधायकों की संख्‍या कुल संख्‍या के 1/10 से कम है तो दल-बदल विरोधी कानून के मुताबिक इनकी सदस्‍यता छीनी जा सकती है। हालांकि कई बार ऐसा होने में बरसों लग जाते हैं।

दूसरी तिकड़म : यदि बीजेपी अपने सभी विधायकों को फ्लोर टेस्‍ट के दौरान लाने में कामयाब हो जाए और किसी तरह कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को सदन में न आने दे तो बीजेपी को लाभ हो सकता है। संविधान के जानकारों का कहना है कि ऐसी स्थिति में मौजूद विधायकों की संख्‍या के आधार पर ही बहुमत का फैसला होगा। यह तरीका बीजेपी के लिए ज्‍यादा आसान है।

तीसरी तिकड़म : किसी तरह बीजेपी कांग्रेस और जेडीएस के इतने विधायकों से इस्‍तीफे दिलवा दे कि उनका संख्‍या बल कम हो जाए तो बीजेपी विश्‍वास मत हासिल कर सकती है। लेकिन ऐसे में पेंच यह है कि इस तरह दिए गए इस्‍तीफों की जांच हो सकती है।

अब देखना यह है कि शनिवार को 4 बजे बीजेपी इन्‍हीं में से कोई पैंतरा अपनाती है या फिर कोई नई मिसाल कायम करती है।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending