Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

केरल में जानलेवा निपाह वायरस से फैला डर, अब तक 10 मरे, केंद्र व केरल सरकार ने कमर कसी

Published

on

Loading

केरल में निपाह वायरस (एनआईपी) डर लोगों में फैल रहा ​है। निपाह वायरस (एनआईपी) से मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 10 हो गई। दो की हालत गंभीर है। केंद्र व राज्य सरकार ने निपाह वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में केरल के कोझिकोड व मलप्पुरम में इस वायरस के होने की पहचान की गई है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि वह उन सभी मेडिकल पेशेवरों का स्वागत करते हैं जो राज्य में वायरस को नियंत्रित करने के लिए आने के इच्छुक हैं।

केरल राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के.के.शैलजा ने कोझिकोड में डेरा डाल दिया है और वह यहां से मलप्पुरम का दौरा भी कर रही हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि मंगलवार तक 18 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।

शैलजा ने कहा, “इनमें से 12 की पहचान की गई जिनमें से 10 पीड़ितों की मौत हो गई है और दो की हालत गंभीर है। चिकित्सक अपनी तरफ से बेहतरीन कोशिश कर रहे हैं लेकिन मंगलवार की सुबह फिर दो रोगियों की मौत हो गई।”

उन्होंने कहा कि कोझिकोड में 11 लोगों को निगरानी में रखा गया है। निपाह वायरस से सबसे पहले पेराम्बरा में दो भाइयों व उनकी चाची की मौत हुई। निपाह वायरस संक्रमित चमगादड़ों, सूअर या अन्य संक्रमित व्यक्तियों से सीधे संपर्क से आने से जानवरों व मनुष्यों, दोनों में फैलता है।

लेकिन, केंद्रीय टीम के साथ आए पशुपालन आयुक्त एस.पी. सुरेश ने कहा कि प्रभावित इलाकों में जानवरों के परीक्षण के बाद जानवरों में वायरस होने की बात सामने नहीं आई है। इसके बजाय मानव प्रभावित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, “अब तक कोई पालतू जानवर प्रभावित नहीं हुआ है। अब अन्य पहलुओं की जांच की जानी चाहिए क्योंकि यह अभी तक सिर्फ मनुष्यों में पाया गया है।”

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक सुजीत के. सिंह ने मीडिया से कहा कि राज्य को सभी तरह की मदद व सहयोग दिया जा रहा है। सुजीत भी केंद्रीय टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, “जहां तक वित्तीय मदद की बात है तो इस पर मैं फैसला नहीं ले सकता। हमारी दूसरी टीम बुधवार को यहां पहुंच रही है और स्थिति नियंत्रण में है।”

दिल्ली स्थित एम्स के चिकित्सकों के एक दल के बुधवार को पहुंचने की उम्मीद है।

इस बीच मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि वह उन सभी मेडिकल पेशेवरों का स्वागत करते हैं जो राज्य में वायरस को नियंत्रित करने के लिए आने के इच्छुक हैं।

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के एक डॉक्टर कफील खान की तरफ से अनुरोध आया है। उन्होंने कोझिकोड में पीड़ित लोगों की सेवा करने की इच्छा जताई है। मैं बताना चाहता हूं कि सभी सेवा का भाव रखने वाले पेशेवरों का स्वागत करता हूं और वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं, जो उनके लिए जरूरी इंतजाम करेगा।”

इस बीच कनफेडरेशन ऑफ केरल टूरिज्म इंडस्ट्री (सीकेटीआई) के ई. एम. नजीब ने कहा एक बयान में कहा कि हम सभी को संदेश देना चाहते हैं कि वास्तविकता जैसी है उसे बहुत अधिक बड़ा बनाकर चिंता जताई जा रही है। राज्य में सभी पर्यटन स्थल आम रूप से सुरक्षित हैं। हर जगह नियमों का पालन हो रहा है। (इनपुट आईएएनएस)

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending