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पटेल व जयप्रकाश की राह पर चलने का दिखावा कर रही मोदी सरकार : मायावती

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पटेल व जयप्रकाश की राह पर चलने का दिखावा, मोदी सरकार, मायावती के 60वें जन्मदिन

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार सरदार बल्लभ भाई पटेल व जयप्रकाश नारायण की नीतियों पर चलने का दिखावा कर रही है। उन्हें पिछड़े और दलित समाज से कोई लेना-देना नहीं है। मायावती ने अपने 60वें जन्मदिन के मौके पर लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने बहुत वादे किए थे, लेकिन अभी तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। काला धन के मुद्दे पर मायावती ने कहा, “मोदी ने चुनाव से पहले काला धन विदेशों से वापस लाने का वादा किया था और यह भी कहा था कि इससे देश के एक व्यक्ति के खाते में 20-25 लाख रुपये जमा होंगे।”

मायावती ने कहा कि मोदी ने चुनाव के दौरान अच्छे दिन के जो सपने दिखाए थे, वे आज बस सपने बनकर रह गए हैं। केंद्र सरकार ऐसी नीतियां बना रही है, जिससे अप्रत्यक्ष तौर पर देश के धन्नासेठों व पूंजीपतियों को फायदा हो रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को आरक्षण का लाभ दिए जाने की एक बार फिर वकालत करते हुए मायावती ने कहा, “मैं पहले भी कह चुकी हूं और एक बार फिर कह रही हूं कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को भी आरक्षण का लाभ दिया जाना चाहिए।” मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि प्रख्यात समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया तथा मुलायम के समाजवाद में काफी अंतर आ गया है। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि लोहिया आज जिंदा होते तो वह स्वयं मुलायम को पार्टी से निकाल देते। मायावती ने कहा, “सैफई महोत्सव में जिस तरीके से पैसा बहाया गया, वह समाजवाद नहीं हो सकता। लोहिया ने समाजवाद की जो राह दिखाई थी, सपा उससे भटक गई है।”

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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