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ऑफ़बीट

मां ने 8 महीने के बच्चे की सिर्फ हत्या नहीं की, पेट चीरकर दिल-लीवर भी निकाल लिया

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नई दिल्ली। हम जब छोटे थे तो भजन की एक लाइन सुनी थी। लाइन थी, ‘पुत्र कुपुत्र हुए हैं जग में, माता हुई न कुमाता’। मतलब एक बेटा अपनी मां के लिए नालायक हो सकता है लेकिन एक मां कभी अपने बच्चों के लिए बुरी नहीं हो सकती। फिर आती है दिल्ली के अमन विहार की एक घटना जो इन सारी लाइनों को झूठा साबित करती है। इस घटना में एक महिला ने अपने 8 महीने के मासूम बच्चे की हत्या कर दी। हत्या इतनी बर्बर थी कि उसकी आँखे निकाल ली, नाक-कान काट लिए, पेट चीरकर दिल और लीवर निकल लिया।

घटना दिल्ली के अमन विहार इलाके की रात 11-11:30 के बीच की है। महिला के पति हरिशंकर ने बताया कि गुरुवार को खाना खाकर वह कमरुद्दीन नगर में दुकान लगाने चला गया। जब वहां से रात को घर लौटा तो दरवाजा नहीं खुला। उसने सोचा कि हो सकता है कि सारिका सो गई है। काफ़ी देर तक जब दरवाज़ा नहीं खुला तो हरिशंकर ने धक्का मारकर दरवाजा खोला। अंदर घुसते ही उसकी आंखे फटी की फटी रह गई। उसके बेटे का सिर जमीन पर था और धड़ बेड पर, आँखे, नाक, कान, दिल, लीवर सब बाहर निकले हुए रखे थे। महिला ने खुद को भी मारने की कोशिश की।

हरिशंकार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी सारिका (29) को गिरफ्तार कर हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया है। हरिशंकर ने बताया कि आरोपी महिला स्किजोफ्रेनिया नाम की एक मानसिक बीमारी से पीड़ित है। इसी के चलते उसने चार साल पहले अपने एक महीने के बच्चे की भी गला दबाकर हत्या कर दी थी। महिला को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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