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खेल-कूद

महिला टी-20 चैलेंज में सुपरनोवाज ने ट्रेलब्लेजर्स को 3 विकेट से हराया

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मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए महिला टी-20 चैलेंज प्रदर्शनी मैच में सुपरनोवाज ने ट्रेलब्लेजर्स को रोमांचक मुकाबले में तीन विकेट से हरा दिया। सुपरनोवाज की कप्तानी हरमनप्रीत कौर और ट्रेलब्लेजर्स की कप्तानी स्मृति मंधाना कर रही थी।

सुपरनोवाज ने पहले गेंदबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 126 रन बनाए थे। सुपरनोवाज ने इस लक्ष्य को मैच की आखिरी गेंद पर सात विकेट खोकर हासिल कर लिया।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए इस टी-20 प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया है।

सुपरनोवाज के लिए डेनियल व्याट ने सबसे ज्यादा 24 रन बनाए। मिताली राज ने 22 रनों की पारी खेली। हरमनप्रीत ने 21 रनों का योगदान दिया।

ट्रेलब्लेजर्स की ओर से पूनम यादव औ सुजी बेट्स ने दो-दो विकेट लिए। झूलन गोस्वामी और एकता बिष्ट को एक-एक सफलता मिली।

सुपरनोवाज को मिताली और डेनियल ने धीमी ही सही लेकिन सधी हुई शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 47 रन टीम के खाते में डाले। मिताली एकता की फुलटॉस गेंद पर सीधे लिया तुहुहु को हाथं में कैच दे बैठीं। डेनियल को 57 के कुल स्कोर पर पूनम ने बेथ मूनी के हाथों कैच कराया।

मेग लेनिंग 16 रनों का योगदान देकर 71 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गईं। ट्रेलब्लेजर्स ने विकेट लेना जारी रखा। सोफी डीवाइन (19) को सुजी बेट्स ने अपना शिकार बनाया और सुपरनोवाज को चौथा झटका दिया।

विकेट लेने के साथ ही ट्रेलब्लेजर्स की गेंदबाजों ने रनों पर ही अंकुश लगा रखा था। वेदा कृष्णामूर्ति (2) झूलन गोस्वामी की गेंद पर स्कूप शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गईं। उनका विकेट 111 के कुल स्कोर पर गिरा।

अगला नंबर कप्तान हरमनप्रीत का था। टीम के खाते में दो रन ही जुड़े थे कि सुजी बेट्स ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। मोना मेश्राम 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन आउट हो गईं। आखिरी ओवर में तीन रन चाहिए थे। एलिका पैरी (नाबाद 13) और पूजा वस्त्राकर (नाबाद 2) ने जरूरी रनों को बना सुपरनोवाज को जीत दिलाई।

इससे पहले, हरमनप्रीत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मेगन शट ने दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर एलिस हिली (7) को डेनियल के हाथों कैच करा सुपरनोवाज को पहली सफलता दिलाई।

अगले ओवर में हरमनप्रीत ने एलिसा पैरी की गेंद पर मंधाना (14) का शानदार कैच पकड़ दूसरी सफलता हासिल की। मूनी ने अगले ओवर में शट की गेंद को मिड ऑन से ऊपर मारने का प्रयास किया, लेकिन वेदा ने शानदार कैच पकड़ उन्हें चार रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।

मूनी का आउट होना एक तरह से विवादास्पद और असमंजस से भरा फैसला रहा। मैदानी अंपायर ने जब गेंद सही है या नहीं इसके लिए तीसरे अंपायर की मदद मांगी तो कैमरे में लग रहा था कि शट का पांव क्रिज से बाहर है, लेकिन तीसरे अंपायर ने इसे नो बाल नहीं दी।

यहां दीप्ती शर्मा (21) और सुजी बेट्स ने टीम को कुछ हद तक संभाला और स्कोर 58 रनों तक पहुंचाया। राजेश्वरी गायकवाड़ ने दीप्ती को हरमनप्रीत के हाथों कैच कराया।

सुजी ने यहां से जामियाह रोड्रिगेज के साथ मिलकर टीम को 100 के पार पहुंचाया। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी की। 103 को कुल स्कोर पर 16वें ओवर की तीसरी गेंद पर रोड्रिगेज, अनुजा पाटिल का शिकार हो गईं।

सुजी का विकेट 19वें ओवर की चौथी गेंद पर 123 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने 37 गेंदों का सामना किया और दो चौके लगाए। शिखा पांडे 14 रनों पर नाबाद रहीं। सुपरनोवाज की ओर से मेगन शट और एलिसा पेरी ने दो-दो विकेट लिए। अनुजा पाटिल और राजेश्वरी गायकवाड़ को एक-एक सफलता मिली। (इनपुट आईएएनएस)

खेल-कूद

HAPPY BIRTHDAY KING KOHLI : भारतीय क्रिकेट टीम के किंग विराट कोहली आज मना रहे है अपना 36वां जन्मदिन

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली का आज 36वां जन्मदिन हैं। एक साल से कोहली काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। हालिया न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इस रन मशीन को एक-एक रन के लिए जूझते हुए देखा गया। कोहली ने अब से ठीक एक साल पहले अपने 35वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड की बराबरी करने वाला 49वां वनडे शतक बनाया और उसके कुछ दिन बाद ही 50वां वनडे शतक जड़ महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ डाला।

कहां से मिली कोहली को असली पहचान?

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ. वह दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े. बताया जाता है कि सिर्फ 9 साल की उम्र में ही कोहली ने क्रिकेट को अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.

कोहली ने क्रिकेट में धीरे-धीरे कमाल करना शुरू किया. उन्होंने एज ग्रुप क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तरफ कदम बढ़ाया. 2006 में कोहली ने करियर का पहला फर्स्ट क्लास मैच दिल्ली के लिए खेला. इसी दौरान कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हुआ. पिता के निधन के बावजूद कोहली कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे मैच में बैटिंग करने के लिए गए और उन्होंने 90 रनों की पारी भी खेली. यहां से कोहली को कुछ पहचान मिली.

 

 

 

 

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