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प्रादेशिक

केरल के बने सामानों से बुरी तरह डरा सऊदी अरब

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केरल में जनलेवा निपाह वायरस के फैलने से अबतक अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है। सऊदी अरब इस बीमारी से बुरी तरह से डर गया है। अपने नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सऊदी अरब ने केरल के फ्रोजेन एवं संसाधित फलों और सब्जियों के आयात पर बैन लगा दिया है।

‘गल्फ न्यूज’ की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, निपाह वायरस स्वयं एंसेफेलाइटिस (मस्तिष्क की खतरनाक सूजन) का कारण बन सकता है और इसके सामान्य लक्षण बुखार, खांसी, सिरदर्द, सांस की तकलीफ और भ्रम जैसे लक्षणों से अलग नहीं होते हैं।

29 मई को सऊदी अरब अमीरात (यूएई) ने केरल से आयात होने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया था। संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने कहा था कि केरल से आयात किए जाने वाले 100 टन फल व सब्जियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

यूएई की स्वास्थ्य प्रदाता कंपनी वीपीएस हेल्थकेयर ने केरल सरकार को निपाह से लड़ने के लिए विमान से चिकित्सीय सामग्री भेजी है। बहरीन भी केरल के उत्पादों पर बैन लगा चुका है। कृषि मंत्रालय को लिखे एक पत्र में बहरीन सरकार ने पिछले हफ्ते भारत को सूचित किया था कि वह 23 मई से केरल क्षेत्र से आयात किए जाने वाले फलों और सब्जियों पर अस्थायी प्रतिबंध लगा रहा है, जो अगली सूचना तक जारी रहेगा। कुवैत ने भी यह प्रतिबंध लागू कर दिया।

वर्ष 2006-07 के दौरान हमारा दोतरफा व्‍यापार 47 बिलियन अमरीकी डालर का था जबकि वर्ष 2007-08 में बढ़कर यह 76 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक पर पहुंच गया है। वर्ष 2007-08 में गैर-खाड़ी अरब देशों के साथ 13 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का कुल व्‍यापार हुआ। अरब देशों के साथ वर्ष 2007-08 में 90 बिलियन अमरीकी डालर का कुल व्‍यापार हुआ। (इनपुट आईएएनएस)

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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