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मप्र में वरिष्ठ पत्रकार का अनशन शुरू

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ग्वालियर| मध्य प्रदेश की पत्रकारिता की शुचिता की रक्षा के लिए ग्वालियर के वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता जयंत सिंह तोमर ने बुधवार से ‘सत्याग्रह’ (आमरण अनशन) शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि राज्य की पत्रकारिता में कारोबारियों व नेताओं की घुसपैठ बढ़ रही है। तोमर ने बुधवार से ग्वालियर के फूलबाग में गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया। इस अनशन के दौरान वह पत्रकार संगठनों के नेताओं, समाचारपत्र समूह से जुड़े लोगों से लेकर सरकार के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से सीधे संवाद करने की कोशिश करेंगे। वह उनसे अनुरोध करेंगे कि उन पत्रकारों को संरक्षण दिया जाए, जो समाजहित में आवाज उठाते हैं।

उन्होंने गुरुवार को आईएएनएस से कहा कि राज्य की पत्रकारिता में कारोबारियों और नेताओं की घुसपैठ बढ़ गई है। इसका प्रमाण पिछले दिनों एक शराब कारोबारी के यहां आयकर के छापों के दौरान जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किए गए अधिमान्यता के कार्ड का मिलना है। उन्होंने कहा कि बात एकदम साफ है कि शराब कारोबारी भी राज्य में अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार हैं। इतना ही नहीं कई नेता भी अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार हैं, इसलिए जरूरी हो गया है कि पत्रकारिता की शुचिता की रक्षा की जाए।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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