अन्तर्राष्ट्रीय
कौन है याह्या सिनवार, जिसे इजरायल ने मारने की खाई थी कसम
नई दिल्ली। हिजबुल्ला चीफ को ढेर करने के बाद इजरायल ने गुरुवार को कहा कि गाजा में IDF ऑपरेशन के दौरान हमास के तीन लड़ाकों को मार गिराया है, जिसमें हमास चीफ याह्या सिनवार भी शामिल था। इस बात की पुष्टि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने की। सिनवार पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए इजरायल में हमलों का मास्टरमाइंड था। माना जाता है कि उसी ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए हमले की प्लानिंग की थी। इसी हमले के बाद से गाजा का युद्ध शुरू हो गया था जो पिछले एक साल से चल रहा है। इजरायली डिफेंस फोर्स ने बताया है कि एक ऑपरेशन में गाजा में 3 अज्ञात आतंकी मारे गए हैं। इनमें से एक याह्या सिनवार है या नहीं इसकी जांच चल रही है। आइए जानें कि याह्या सिनवार कौन है।
याह्या सिनवार का जन्म अक्टूबर 1962 में दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस शरणार्थी कैंप में हुआ था। खान यूनिस के स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद सिनवार ने गाजा की इस्लामिक यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने अरबी भाषा में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद साल 2011 में शादी की जिससे तीन बच्चे हैं।
सिनवार को पहली बार 1982 में 20 साल की उम्र में हिंसक गतिविधियों में शामिल होने के कारण गिरफ्तार किया गया। चार महीने तक प्रशासनिक हिरासत में रखा गया। रिहाई के एक सप्ताह बाद ही फिर से गिरफ्तार किया गया और बिना मुकदमे के छह महीने तक जेल में रखा गया। 1985 में एक बार फिर गिरफ्तार किया गया और आठ महीने की सजा सुनाई गई। साल 1988 में भी सिनवार की गिरफ्तारी हुई। उस पर दो इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के साथ ही इजरायल की मदद के संदेह में चार फिलिस्तीनियों की हत्या का आरोप लगाया गया। इस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
सिनवार ने इजरायल की जेलों में हमास कैदियों की सर्वोच्च नेतृत्व समिति का नेता बना, जहां भूख हड़ताल पर बैठे बंदियों संग जेल अधिकारियों के संघर्ष को मैनेज करने का काम किया। सिनवार ने जेल में रहते हुए कई बार भागने की कोशिश की, लेकिन कोशिश असफल रहीं। इसी दौरान सिनवार ने अपने खाली समय का उपयोग पढ़ाई और लेखन में किया। हिब्रू सीखी और राजनीतिक, सुरक्षा और साहित्यिक क्षेत्रों में कई किताबें लिखीं और कुछ का अनुवाद किया। साल 2011 में इजरायली सैनिकों के बदले कैदियों की रिहाई समझौते के तहत रिलीज किया गया।
रिहाई के बाद, सिनवार को साल 2012 में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के तौर पर चुना गया, जहां उन्होंने सुरक्षा मामलों की जिम्मेदारी संभाली। साल 2013 में हमास की सैन्य शाखा अल-कासम ब्रिगेड का नेतृत्व किया। 2017 में गाजा आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो का प्रमुख चुना गया, और 2021 में फिर से चार साल के लिए इसी पद पर दोबारा चुन लिया गया। सिनवार के घर पर कई बार बमबारी की गई। अमेरिका का घोषित ‘ग्लोबल टेरेरिस्ट’ एक सतर्क और चालाक व्यक्ति के रूप में जाना जाता रहा। इसकी पहचान सार्वजनिक रूप से बहुत कम बोलने वाले शख्स की रही। सिनवार को साल 2023 में 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास के हमले का मुख्य आर्किटेक्ट माना जाता है। इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या के बाद अगस्त में हमास ने सिनवार को अपना नेता नियुक्त किया था।
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देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी
सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।
25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी
बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।
रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध
अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।
असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।
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