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प्रादेशिक

योगी सरकार इस साल 6.50 लाख टीबी मरीजों का कराएगी नोटिफिकेशन

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लखनऊ| टीबी की स्क्रीनिंग और जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से साल 2024 में योगी सरकार को 6.50 लाख टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य दिया गया है। इसमें सरकारी क्षेत्र में 4.30 लाख और निजी क्षेत्र में 2.20 लाख टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह लक्ष्य राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद की आबादी, प्राइवेट ड्रग सेल डाटा, पेशेंट प्रोवाइडर सपोर्ट एजेंसी (पीपीएसए) कांट्रैक्ट में निर्धारित टारगेट, मरीज के नजदीकी जिले में इलाज के लिए जाने की प्रवृत्ति व अन्य एपीडिमियोलॉजिकल तथ्यों के आधार पर निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही जांच में टीबी की पुष्टि होते ही जल्द से जल्द इलाज शुरू करने के भी प्रबंध किये गए हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला क्षय रोग अधिकारियों को भेजा गया पत्र

महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश डॉ. बृजेश राठौर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और जिला क्षय रोग अधिकारियों को पत्र भेजकर जिले में वर्ष 2024 में टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के लक्ष्य के बारे में अवगत कराया है। इसके साथ ही लक्ष्य को निर्धारित समय से पहले ही प्राप्त करने के लिए जरूरी कदम उठाये जाने के बारे में भी निर्देशित किया है। टीबी नोटिफिकेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर जहां हर माह की 15 तारीख को एकीकृत नि:क्षय दिवस का आयोजन किया जा रहा हैं। वहीं समय-समय पर एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान और दस्तक अभियान चलाकर भी टीबी मरीजों की पहचान की जा रही है।

वर्ष 2023 में प्रदेश को 5.50 लाख टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का दिया गया था लक्ष्य

निदेशक-राष्ट्रीय कार्यक्रम डॉ. रतन पाल सिंह सुमन और संयुक्त निदेशक/राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र भटनागर का कहना है कि वर्ष 2023 में प्रदेश को 5.50 लाख टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य दिया गया था, जिसके सापेक्ष 6,32,571 टीबी मरीजों को नोटिफाई कर 115 प्रतिशत उपलब्धि प्रदेश ने हासिल की। इसमें सरकारी क्षेत्र में 4,09,192 तो निजी क्षेत्र में 2,23,379 टीबी मरीज नोटिफाई किये गए। प्रदेश ने लक्ष्य के सापेक्ष सरकारी क्षेत्र में 113% तो निजी क्षेत्र में 118% उपलब्धि हासिल की। निजी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की श्रेष्ठ उपलब्धि के लिए इसी माह केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा अलग-अलग श्रेणियों में पांच सम्मान पत्र देश में सर्वाधिक उपलब्धि हेतु प्रदान किये गए हैं। डॉ. भटनागर का कहना है कि सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति और उच्चस्तरीय अधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन से ही यह उपलब्धि प्रदेश को हासिल हो सकी। इस साल भी उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि लक्ष्य से अधिक टीबी मरीजों को नोटिफाई कर प्रधानमंत्री जी के टीबी मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने में प्रदेश को अग्रणी बना सकें। टीबी मरीजों को नोटिफाई करते ही उनको सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं जैसे- इलाज के दौरान हर माह पांच सौ रुपये सीधे बैंक खाते में मिलने लगते हैं, निक्षय मित्र और टीबी चैम्पियन से जोड़कर उनके पोषाहार और मानसिक संबल प्रदान करने की भी व्यवस्था की जाती है।

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उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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