आध्यात्म
मकर संक्रांति पर इन 3 राशियों की किस्मत चमक जाएंगी रातोंरात, पैसों की होगी बारिश!
नई दिल्ली। मकर संक्रांति के मौके पर आज हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी किस्मत इस शुभ दिन खुलने वाली है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो राशियां जिनकी किस्मत रातों-रात जग जाएंगे।
कर्क- इस राशि के लिए मकरसंक्रांति का त्योहार खुशियां लाएगे। कर्क राशि के लोगों के इस दिन धन लाभ की प्रबल संभावना है।
तुला- कुल कुटुम्ब में मांगलिक कार्य होंगे. शुभ प्रस्ताव मिलेंगे। विवाहादि के योग बनेंगे. रहन सहन संवार पर रहेगा। संग्रह संरक्षण को बल मिलेगा. वाणी व्यवहार प्रभावी रहेगा. बैंकिंग कार्यों में रुचि बढ़ेगी। धन धान्य में वृद्धि होगी। दान धर्म में आगे रहेंगे आत्म अनुशासन बढ़ेगा। जिद और जल्दबाजी से बचें।
मीन- इस राशि के लोगों के लिए धनलाभ का योग बन रहा है। भ्रमण मनोरंजन के अवसर बनेंगे। लाभ और प्रभाव बढ़ेगा। विस्तार की योजनाएं सफल होंगी। शुभ प्रस्ताव मिलेंगे। प्रियजनों से भेंट होगी। परीक्षा प्रतियोगिता में उम्मीद से अच्छा करेंगे. संकोच त्यागें।
आध्यात्म
आज है गोवर्धन पूजा, जानें पूजन विधि व शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) की जाती है। यानी दिवाली अगले दिन ये पर्व मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन पूजा 2 नवंबर को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 1 नवंबर की शाम 6 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो रही है और यह 2 नवंबर की रात 8 बजकर 21 मिनट पर खत्म होगी। इस तरह से गोवर्धन पूजा का सही दिन 2 नवंबर ही माना गया है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाती हैं और उसकी पूजा करती हैं।
गोवर्धन पूजा मुहूर्त
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 23 मिनट से शाम 5 बजकर 35 मिनट तक है। इस समय पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
गोवर्धन पूजा विधि
गोवर्धन पूजा के दिन सुबह काल जल्दी उठकर स्नानादि करें। फिर शुभ मुहूर्त में गाय के गोबर से गिरिराज गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं और साथ ही पशुधन यानी गाय, बछड़े आदि की आकृति भी बनाएं।
इसके बाद धूप-दीप आदि से विधिवत पूजा करें। भगवान कृष्ण को दुग्ध से स्नान कराने के बाद उनका पूजन करें। इसके बाद अन्नकूट का भोग लगाएं।
गोवर्धन पूजा का महत्व
मान्यताओं के अनुसार, भगवान कृष्ण के द्वारा ही सर्वप्रथम गोवर्धन पूजा आरंभ करवाई गई थी और गोवर्धन पर्वत तो अपनी उंगली पर उठाकर इंद्रदेव के क्रोध से ब्रज वासियों और पशु-पक्षियों की रक्षा की थी। गोवर्धन पूजा में गिरिराज के साथ कृष्ण जी के पूजन का भी विधान है। इस दिन अन्नकूट का विशेष महत्व माना जाता है।
Govardhan Puja, Govardhan Puja today, Govardhan Puja news,
-
आध्यात्म20 hours ago
क्यों बनता है गोवर्धन पूजा में अन्नकूट, जानें इसका महत्व
-
आध्यात्म3 days ago
दीपावली का त्यौहार आज, इन संदेशों से दे दिवाली की शुभकामनाएं
-
आध्यात्म3 days ago
दिवाली की शाम इन जगहों पर जरूर जलाया दीये, होगी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा
-
आध्यात्म3 days ago
दिवाली से पहले घर से इन चीज़ों को करें बाहर, वर्ना नहीं होगा मां लक्ष्मी का वास
-
आध्यात्म20 hours ago
आज है गोवर्धन पूजा, जानें पूजन विधि व शुभ मुहूर्त
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
दीपोत्सव के दीप केवल दीये नहीं, सनातन धर्म का विश्वास है : योगी आदित्यनाथ
-
नेशनल3 days ago
पीएम मोदी ने देशवासियों को दी दिवाली की शुभकामनाएं, कहा- मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की कृपा से सबका कल्याण
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
दीपावली पर मुख्यमंत्री योगी ने किए श्रीरामलला के दर्शन