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नेशनल

पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में वन रैंक वन पेंशन’ का किया वादा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘वन-रैंक-वन-पेंशन’ के मुद्दे पर सेवानिवृत सैन्यकर्मियों को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही इस मुद्दे का हल निकालेगी। प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में जनता को संबोधित करते हुए कहा, “यह सरकार, मैं फिर कहता हूं कि यह सरकार वन-रैंक-वन-पेंशन मसले का हल जरूर निकालेगी।”

उन्होंने कहा कि मैं एक प्रधानमंत्री की हैसियत से बात नहीं कर रहा हूं। ‘वन-रैंक-वन-पेंशन’ 40 साल से सवाल बना हुआ है। अब तक इस मुद्दे पर कुछ नहीं किया गया। मोदी ने शनिवार को भी कहा था कि उनकी सरकार सेवानिवृत सैन्यकर्मियों के लिए काफी समय से लंबित वन-रैंक-वन-पेंशन को लेकर प्रतिबद्ध है। ‘वन-रैंक-वन-पेंशन’ के तहत समान रैंक से अलग अलग तिथियों पर सेवानिवृत हुए सैन्यकर्मियों को समान पेंशन राशि दिए जाने की मांग रखी गई है।

प्रधानमंत्री ने आज पहले की तरह किसी एक विषय पर नहीं बल्कि कई विषयों पर एक साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के विकास और उनको सशक्त बनाने के लिए कदम उठा रही है, क्योंकि वह हमेशा से गरीब लोगों के लिए काम करना चाहते थे।

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में कहा कि मैं हमेशा से गरीबों के लिए काम करना चाहता था। हम नई पहलों के बारे में सोचते हैं, हम इन पहलों पर प्रतिक्रिया लेते हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में शुरू किए गए ‘डीडी किसान’ टेलीविजन चैलन के बारे में कहा कि इससे उन्हें बहुत खुशी मिली। उन्होंने चैनल को एक खुला विश्वविद्यालय बताते हुए कहा, “किसान टीवी चैनल एक ऐसा चैनल है, जहां शिक्षक और छात्र दोनों किसान हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई की परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई भी दी। उन्होंने छात्रों से कहा कि सफलता और असफलता जीवन का हिस्सा है। मोदी ने कहा, “सीबीएसई परीक्षा के नतीजे आ गए हैं। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देता हूं।” प्रधानमंत्री ने परीक्षा उतीर्ण न कर पाने वाले और कम अंक लाने वाले छात्रों को भी निराश नहीं होने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “सफलता और असफलता जीवन का हिस्सा है। हम अपनी असफलता से भी बहुत कुछ सीख सकते हैं।” मोदी ने यह भी कहा कि कई लोगों ने उन्हें बताया कि परीक्षा से पहले के उनके रेडियो संबोधन से बहुत मदद मिली। उन्होंने कहा, “लेकिन विद्यार्थियों की सफलता उनकी खुद की मेहनत का नतीजा है।” उन्होंने सरकार के एक साल पूरे होने की बात की, योग दिवस पर लोगों को एक साथ आने का आग्रह भी किया।

नेशनल

लद्दाख में एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन का हुआ उद्घाटन, 4300 मीटर की ऊंचाई पर है स्थित

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लद्दाख। एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन, मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरीमेंट (एमएसीई) वेधशाला का लद्दाख के हानले में उद्घाटन किया गया है। इस दूरबीन से वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।

मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह दूरबीन दुनिया में इस तरह की सबसे ऊंची दूरबीन भी है। इस दूरबीन की मदद से अब वैज्ञानिक रिसर्च में और भी प्रगति होगी। इस दूरबीन को मुंबई स्थित BARC ने इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और अन्य भारतीय उद्योग भागीदारों की मदद से बनाया है और इसे स्वदेशी तरीके से बनाया गया है।

4 अक्तूबर को हुआ उद्घाटन

MACE वेधशाला का उद्घाटन DAE के प्लेटिनम जुबली वर्ष प्रोग्राम का एक हिस्सा था। 4 अक्तूबर को लद्दाख के हनले में डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट (MACE) वेधशाला का उद्घाटन किया। इसके उद्घाटन के बाद उन्होंने उन सभी कोशिशों की प्रशंसा भी की जिस कारण MACE दूरबीन सफल हुई।

 

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