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रक्षा पर चीन का श्वेतपत्र महत्वहीन : नौसेना प्रमुख

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नई दिल्ली। नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन ने गुरुवार को रक्षा पर चीन के श्वेत पत्र को महत्वहीन बताया। चीन ने अपने श्वेतपत्र में चीनी नौसेना के लिए रणनीतिक परिवर्तन के नए दौर की शुरुआत की बात कही थी। धवन ने कहा कि इस तरह के दृष्टिपत्र हर देश की नौसेना के पास हैं। एडमिरल धवन ने कहा कि भारत हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर करीब से नजर बनाए हुए है।

श्वेत पत्र पर एक सवाल के जवाब में धवन में कहा, “हर नौसेना अपने लिए योजनाएं बनाती है कि भविष्य में वह किस तरह के अभियानों में शामिल होगी।” उन्होंने कहा कि यह किसी भी नौसेना के लिए स्वाभाविक है कि उसके पास इस तरह की योजनाएं हों। यह एक साधारण प्रक्रिया है। इस सप्ताह की शुरुआत में रक्षा पर चीन द्वारा जारी किए गए श्वेतपत्र में नौसेना की बढ़ती भूमिका पर बल दिया गया था।

इसमें कहा गया है कि चीन की नौसेना धीरे-धीरे अपना ध्यान अकेले अपतटीय रक्षा से खुले समुद्र परिवहन गलियारे की सुरक्षा पर भी केंद्रित करेगी। इसमें यह भी कहा गया है कि चीन स्वयं को समुद्री शक्ति में विकसित करेगा। हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर एडमिरल धवन ने कहा, “चीनी नौसेना की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। हिंद महासागर में 2008 से चीनी नौसेना के पोत उपस्थित हैं और कुछ पनडुब्बियां भी इस क्षेत्र में तैनात हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारतीय नौसेना हिद महासागर में राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने में सक्षम है।

नेशनल

लद्दाख में एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन का हुआ उद्घाटन, 4300 मीटर की ऊंचाई पर है स्थित

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लद्दाख। एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन, मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरीमेंट (एमएसीई) वेधशाला का लद्दाख के हानले में उद्घाटन किया गया है। इस दूरबीन से वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।

मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह दूरबीन दुनिया में इस तरह की सबसे ऊंची दूरबीन भी है। इस दूरबीन की मदद से अब वैज्ञानिक रिसर्च में और भी प्रगति होगी। इस दूरबीन को मुंबई स्थित BARC ने इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और अन्य भारतीय उद्योग भागीदारों की मदद से बनाया है और इसे स्वदेशी तरीके से बनाया गया है।

4 अक्तूबर को हुआ उद्घाटन

MACE वेधशाला का उद्घाटन DAE के प्लेटिनम जुबली वर्ष प्रोग्राम का एक हिस्सा था। 4 अक्तूबर को लद्दाख के हनले में डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट (MACE) वेधशाला का उद्घाटन किया। इसके उद्घाटन के बाद उन्होंने उन सभी कोशिशों की प्रशंसा भी की जिस कारण MACE दूरबीन सफल हुई।

 

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