Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

विवाद बन गए आप की पहचान

Published

on

AAP-controversy

Loading

आम आदमी पार्टी और विवादों का चोली-दामन का साथ है। एक विवाद से खड़ा हुआ तूफान कुछ थमता दिखता है तो दूसरा विवाद उससे भी ज्यादा तेजी से शुरू हो जाता है। आप की रैली में किसान गजेंद्र सिंह द्वारा फांसी लगाने की दिल दहला देने वाली घटना के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने माफी मांगी और आप नेता आशुतोष फूट-फूटकर रोए लेकिन वास्तविकता में उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा। कुछ ही दिन बीते नहीं कि आप के एक अन्य वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास नकारात्मक कारणों से फिर सुर्खियों में छा गए। अब आप की ही एक महिला कार्यकर्ता ने कुमार विश्वास से अवैध संबंधों की अफवाहों का खंडन करने की मांग उठाई है।

इस कार्यकर्ता ने दिल्ली महिला आयोग में शिकायत की है कि सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास की पत्नी ने अफवाह उड़ाई है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुझे व विश्वास के साथ आपत्तिजनक हालत में रंगेहाथ पकड़ा था। महिला का कहना है कि इस अफवाह के कारण उसका परिवार टूट रहा है। उसकी मांग है कि कुमार विश्वास सामने आकर इन अवैध संबंधों के आरोपों का खंडन करें ताकि उसका परिवार बना रहे। महिला आयोग ने इसी को लेकर विश्वास को समन जारी किया है लेकिन विश्वास ने समन प्राप्त न होने की बात कही है। मामले में सच्चाई चाहे कुछ भी हो लेकिन विश्वास का दामन तो दागदार हो ही गया। ये भी हो सकता है कि घटना के पीछे कोई साजिश हो लेकिन ऐसे में यह सवाल उठता है कि आम आदमी पार्टी पर ही इस तरह के लांछन क्यों लग रहे हैं? अगर देश का कोई अन्य राजनीतिक दल अपने अस्तित्व में आने के बाद इतनी जल्दी सत्ता के शीर्ष पर नहीं पहुंचा तो यह भी सत्य है कि इतने कम समय में थोक के भाव में इतने विवाद भी किसी पार्टी के हिस्से में नहीं आए।

आप के शीर्ष नेतृत्व अरविंद केजरीवाल की बात करें तो वह जब से सीएम बने हैं तब से ही विवादों से जूझ रहे हैं। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की बगावत के बाद आप जो उठापटक मची, पूरी दुनिया उसकी गवाह बनी। फिर किसान गजेंद्र की खुदकुशी और उसके बाद अब विश्वास पर लगे आरोप। इन सबके बीच ही आप सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच फिर पावर जंग को लेकर तलवारें खिंच गई हैं। इसी माहौल में महाराष्ट्र में 376 कार्यकर्ताओं ने भी सामूहिक इस्तीफा दे दिया।

असलियत यह है कि जिस पार्टी में इतनी उठापटक मची हो, वह जनता की उम्मीदों पर खरी किस तरह उतर सकेगी। आप को दिल्ली की जनता ने रिकॉर्डतोड़ बहुमत दिया। लोगों को यह उम्मीद थी कि केजरीवाल रातोंरात उनकी किस्मत पलट देंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पार्टी अपने ही झंझावतों में उलझी है और उसके नेता सिर्फ बचाव की मुद्रा में नजर आ रहे हैं। जनता के लिए सोचने के लिए उनके पास वक्त ही कहां हैं लेकिन यह भी सच है कि जो जनता उन्हें एक चुनाव में अर्श पर पहुंचा सकती है वही अगले चुनाव में उन्हें फर्श पर पटकने में देर नहीं लगाएगी। पार्टी के पास अभी समय है कि वह चेत जाए वरना राजनीति में उसका सूरज जितना तेज चढ़ा है उतना ही तेजी से अस्त भी हो जाएगा।

नेशनल

जम्मू कश्मीर के बडगाम में गैर कश्मीरियों पर आतंकी हमला, दो मजदूरों को मारी गोली

Published

on

Loading

जम्मू। जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों ने गैर-कश्मीरी नागरिकों को निशाना बनाया है. घायल दो मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं. पिछले 30 दिनों में घाटी में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है.

घायल मजदूरों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मजदूरों को गोली मारी जाने की घटना के बाद पूरे बडगाम इलाके में हड़कंप मच गया. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं.

सूत्रों ने बताया, जम्मू और कश्मीर (जेके) के बडगाम जिले में शुक्रवार शाम आतंकवादियों की गोलीबारी में दो गैर-स्थानीय लोग घायल हो गए. दोनों घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. समय रहते इलाज कर डॉक्टरों ने घायल मजदूरों की जान बचाई. उनके प्रयासों की हर कोई सराहना कर रहा है. उन्होंने बताया कि यह घटना जिले के मगाम इलाके के पास माझामा गांव में हुई.

मिली सूचना के अनुसार, हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया. हालांकि आतंकी अभी सुरक्षा बलों की गिरफ्त से बाहर हैं. सुरक्षा बल उनकी तलाश के लिए चप्पे-चप्पे में जुटे हुए हैं. बडगाम के हर इलाके में आतंकियों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.

Continue Reading

Trending