Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जय शाह ने 7 के खिलाफ दर्ज कराया 100 करोड़ की मानहानि का केस

Published

on

Loading

अहमदाबाद। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इकलौते पुत्र जय शाह ने उनके बारे में एक न्यूज पोर्टल वेबसाइट पर प्रकाशित समाचार को लेकर सोमवार को मेट्रोपोलिटन अदालत में इसकी लेखिका सह पत्रकार रोहिणी सिंह तथा संपादकों समेत सात लोगों के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया।

बता दें कि वेबसाइट ने जय शाह की सम्पत्ति में 16 हजार गुना की बढ़ोतरी की खबर छापी थी। वायर ने लिखा था कि 2013 में जय की कंपनी टेंपल इंटरप्राइजेज को 6 हजार का घाटा हुआ था लेकिन 2015-16 में टर्नओवर 80 करोड़ को पार कर गया।

कांग्रेस ने उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस ने यह सवाल भी उठाया कि जय शाह की कपंनी टेंपल इंटरप्राइजेज आठ नवंबर की नोटबंदी से ठीक चार सप्ताह पहले बंद क्यों कर दी गई थी। इसके साथ ही कांग्रेस ने मांग की कि इस कंपनी में हुई कथित अनियमितता की जांच सर्वोच्च न्यायालय के दो मौजूदा न्यायाधीशों से कराई जाए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, “हमलोग इसमें कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं, लेकिन लोगों के सामने यह उजागर होना चाहिए कि जय शाह की कंपनी में किन सामानों का आयात-निर्यात हुआ है और किस देश से उन्होंने 51 करोड़ रुपये कमाए हैं। कैसे उनका कारोबार 16,000 गुना बढ़ गया।”

शर्मा ने सवाल किया कि कारोबार 16,000 गुना बढऩे के बाद यह कंपनी अचानक नोटबंदी के ठीक पहले बंद क्यों हो गई। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि टेंपल इंटरप्राइजेज ने वर्ष 2012-13 में 6,239 रुपये और 2013-14 में 1,724 रुपये का घाटा दिखाया था। लेकिन वर्ष 2014-15 में कंपनी ने 18,000 रुपये का लाभ दिखाया।

सिब्बल ने कहा कि वर्ष 2015-16 में कंपनी का कारोबार अचानक 80 करोड़ रुपये हो गया। शर्मा ने कहा, “यह समझ से परे की बात है कि जिस व्यक्ति में एक वर्ष में कंपनी का कारोबार 16,000 गुना बढ़ाने की क्षमता है और उसने विदेशों से 51 करोड़ रुपया हासिल कर लिया, वह अचानक कंपनी को बंद करने का निर्णय क्यों लेगा।”

उन्होंने कहा कि अगर कोई दूसरी कंपनी एक वर्ष में इतना कारोबार की होती तो प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग अवश्य इसका पता लगाने की कोशिश करते कि ऐसा कैसे हुआ।

कांग्रेस ने यह भी बताने को कहा कि नवीकरणीण ऊर्जा क्षेत्र की, खासतौर से अनुभवहीन ऐसी और कितनी कंपनियां हैं, जिन्हें सरकारी स्वामित्व वाली भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (आईआरईडीए) ने 10 करोड़ रुपये या इससे अधिक का ऋण दिया है।

नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय के अधीन आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, आईआरईडीए ने जय शाह की कंपनी कुसुम फिनसर्व को 10.35 करोड़ रुपये का ऋण दिया है। यह कंपनी मध्यप्रदेश के रतलाम में 2.1 मेगावाट की पवनचक्की स्थापित करने का ठेका हासिल करने से पहले शेयर के कारोबार करती थी।

शर्मा ने कहा, “फिलहाल पवनचक्की की स्थिति क्या है। क्या उस स्थान पर कोई पवनचक्की है?” शर्मा ने कहा, “हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वह इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ें और इस मामले की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय के दो वर्तमान न्यायाधीशों का एक जांच आयोग गठित करें। यदि इसमें कोई अनियमितता नहीं हुई है तो इसे जनता के सामने आने दीजिए।”

नेशनल

लद्दाख में एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन का हुआ उद्घाटन, 4300 मीटर की ऊंचाई पर है स्थित

Published

on

Loading

लद्दाख। एशिया की सबसे बड़ी इमेजिंग चेरेनकोव दूरबीन, मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरीमेंट (एमएसीई) वेधशाला का लद्दाख के हानले में उद्घाटन किया गया है। इस दूरबीन से वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।

मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह दूरबीन दुनिया में इस तरह की सबसे ऊंची दूरबीन भी है। इस दूरबीन की मदद से अब वैज्ञानिक रिसर्च में और भी प्रगति होगी। इस दूरबीन को मुंबई स्थित BARC ने इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) और अन्य भारतीय उद्योग भागीदारों की मदद से बनाया है और इसे स्वदेशी तरीके से बनाया गया है।

4 अक्तूबर को हुआ उद्घाटन

MACE वेधशाला का उद्घाटन DAE के प्लेटिनम जुबली वर्ष प्रोग्राम का एक हिस्सा था। 4 अक्तूबर को लद्दाख के हनले में डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट (MACE) वेधशाला का उद्घाटन किया। इसके उद्घाटन के बाद उन्होंने उन सभी कोशिशों की प्रशंसा भी की जिस कारण MACE दूरबीन सफल हुई।

 

Continue Reading

Trending