Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

सीएम ने पिछले दिनों हुए तबादले रोके

Published

on

सीएम हरीश रावत, पिछले दिनों हुए तबादले रोके, उत्‍तराखण्‍ड

Loading

सीएम हरीश रावत, पिछले दिनों हुए तबादले रोके, उत्‍तराखण्‍ड

देहरादून। सीएम हरीश रावत ने गत दिनों मुख्य विकास अधिकारी के पदों पर किए गए तबादलों पर रोक लगा दी है। सभी तबादले रोकने के आदेश जारी कर दिए है। जिन अफसरों के तबादले रोके गए हैं, वह सभी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से सीडीओ बनाए गए थे। आईएएस अफसरों की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पहली पोस्टिंग ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर होती है, जिसमें वह एसडीएम का काम देखते हैं। इसके बाद उन्हें डेवलपमेंट का काम सीखने के लिए सीडीओ बनाया जाता है। ताकि ग्राम्य विकास से लेकर एग्रीकल्चर सेक्टर तक सभी विभागों को समझ लें।

जिनके तबादले रोकने को कहा है उनमें ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नैनीताल आशीष कुमार चौहान को सीडीओ पिथौरागढ़, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ऊधमसिंह नगर जोगदाण्डे विजय कुमार के. को सीडीओ पौड़ी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हरिद्वार मंगेश कुमार घिल्डियाल को सीडीओ चमोली के पद पर भेजा था।

 

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

Published

on

Loading

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

Continue Reading

Trending