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प्रादेशिक

यूपी : निष्कासित विधायक रामपाल की सपा में वापसी, अखिलेश को झटका

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अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी, सपा, विधायक रामपाल

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अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी, सपा, विधायक रामपाललखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सोमवार को अपनी पार्टी से दूसरा झटका भी लग गया। सीतापुर से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक रामपाल यादव की पार्टी में वापसी हो गई। अवैध निर्माण और समर्थकों के साथ गुंडागर्दी की शिकायत पर अखिलेश यादव ने उन्हें अप्रैल में पार्टी से बाहर कर दिया था।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने सोमवार को एक बयान जारी कर जानकारी दी। बयान के मुताबिक, सीतापुर के बिसवां से विधायक रामपाल यादव के निष्कासन पर विचार करते हुए उन्हें पार्टी में वापस लिया जा रहा है और उम्मीद की जाती है कि वह भविष्य में निष्ठापूर्वक और अनुशासित रहकर पार्टी में काम करेंगे।

गौरतलब है कि अप्रैल में सपा विधायक रामपाल का जियामऊ स्थित अवैध निर्माण ढहाने पहुंची एलडीए की टीम के साथ विधायक और उनके समर्थकों ने मारपीट की थी। इसके बाद पुलिस ने रामपाल और उनके समधी पूर्व विधायक राजेंद्र यादव सहित 9 लोगों को हिरासत में ले लिया था। इस दौरान उनके एक समर्थक ने भारी पुलिस फोर्स के सामने एलडीए सचिव पर पिस्टल भी तान दी थी। विधायक और उनके समर्थकों ने इतना बवाल किया कि पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा था।

उस वक्त सपा प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधायक रामपाल यादव को अनियमितताओं व अवैधानिक कामों में लिप्त रहने और पार्टी की छवि खराब करने के कारण सपा से निष्कासित कर दिया था।उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव के करीबी गायत्री प्रजापति को गत रविवार को ही अचानक पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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