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प्रादेशिक

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 40 साल पुरानी दवाएं मिलीं

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राजधानी भोपाल, हमीदिया अस्पताल, एक्सपायरी डेट वाली दवाएं, अव्यवस्थाओं, शिवराज सिंह चौहान

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राजधानी भोपाल, हमीदिया अस्पताल, एक्सपायरी डेट वाली दवाएं, अव्यवस्थाओं, शिवराज सिंह चौहान

भोपाल | मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का हमीदिया अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है। इस बार दवा भंडार में एक्सपायरी डेट वाली दवाएं मिलने की चर्चा है। कई दवाएं तो 40 साल पुरानी बताई जा रही है। ऐसी कुछ दवाओं को जलाया भी गया है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री शरद जैन ने कहा है कि इस मामले का सच पता लगाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, हमीदिया अस्पताल के दवा भंडार की पिछले दिनों तलाशी ली गई,

तो बड़ी मात्रा में एक्सपायरी डेट वाली दवाएं मिलीं। कई दवाएं वर्ष 1976 में बनी हुई थीं। बड़ी मात्रा में इन दवाओं को जलाया गया। जहिर है, मरीजों को दवाएं बांटने में कोताही बरती गई। इस मामले पर अस्पताल के अधीक्षक दीपक मरावी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।यह मामला जब गुरुवार को मीडिया की सुर्खियां बनीं, तब राज्य के चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री जैन ने संवाददाताओं से कहा कि अस्पताल में एक्सपायरी डेट की दवाएं मिलने की बात सामने आई है। वह इस मामले की सच्चाई का पता लगाएंगे।

हमीदिया अस्पताल अव्यवस्थाओं को लेकर हमेशा चर्चा में रहा है। पिछले हफ्ते इसी अस्पताल परिसर में एक बुजुर्ग महिला के शव की आंखें चूहे कुतर गए थे। मामला तूल पकड़ने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण कर जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए थे और अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा शिक्षा) प्रभांशु कमल को पद से हटाया दिया था। अब देखना है,

बड़ी मात्रा में एक्सपायरी डेट की दवाएं मिलने पर किन-किन पर गाज गिरती है। मंत्री शरद जैन का हालांकि दावा है कि अस्पताल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है, मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल किया जा रहा है।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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