प्रादेशिक
सपा को फिर लगा जोर का झटका, एमएलसी अशोक वाजपेयी ने दिया इस्तीफ़ा
लखनऊ। कहते है जब बुरा वक्त आता है तो एक साथ कई मुसीबतों को साथ लेकर आता है। यह कहावत समाजवादी पार्टी पर बिल्कुल फिट बैठती है। समाजवादी पार्टी के विधानपरिषद सदस्य अशोक वाजपेयी ने बुधवार को उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पिछले एक पखवाड़े के दौरान सपा को यह चौथा झटका लगा है।
वाजपेयी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के नजदीकी माने जाते थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सात अगस्त को एक कार्यक्रम में पार्टी विधान परिषद सदस्यों के इस्तीफे पर कहा था कि ‘जिन्हें जाना है वह जा सकता है कोई अनर्गल बहाने या बयानबाजी करने की जरूरत नहीं है। वैसे भी वक्त उन्हें बता देगा की कौन उनके बुरे वक्त में उनके साथ था।’
इससे पहले गत 29 जुलाई को सपा विधानपरिषद सदस्यों बुक्कल नवाब तथा यशवंत सिंह जबकि चार अगस्त को सरोजिनी अग्रवाल ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके अलावा बसपा के जयवीर सिंह ने भी एमएलसी सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक अशोक वाजपेयी भी भाजपा में जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। अशोक वाजपेयी का विधान परिषद में कार्यकाल 30 जनवरी 2021 तक था। अशोक वाजपेयी ने इस्तीफे के बाद कहा कि सपा में नेताजी (पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव) की उपेक्षा हो रही थी। देखना अहम होगा कि उनका अगला कदम आगे क्या होता है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
-
लाइफ स्टाइल1 hour ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
ऑफ़बीट2 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल2 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
नेशनल2 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार