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मध्य प्रदेश Result Live: जानिए कौन हैं कमलनाथ जो मुख्यमंत्री की रेस में हैं सबसे आगे

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने 15 साल बाद प्रदेश में वापसी की है। मंगलवार की सुबह आठ बजे से शुरु हुई कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर रात तक जारी रही लेकिन अंत में कांग्रेस 114 सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बन गई जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खाते में 109 सीट ही आ सकी।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की वापसी के बाद स्थानीय नेताओं द्वारा सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कमलनाथ सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलने राजभवन पहुंचे।

लेकिन राज्यपाल ने उन्हें सबसे पहले नेता चुनने के लिए कहकर वापस लौटा दिया। सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में सीएम की रेस में कमलनाथ सबसे आगे चल रहे हैं। आईए जानते हैं कौन हैं कमलनाथ जो मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे हैं…

कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर 1946 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ। उन्होंने देहरादून के दून स्कूल से पढ़ाई की है। इसके बाद हायर स्टडीज के लिए उन्होंने कोलकाता के सेंट ज़ेवियर कॉलेज में एडमीशन ले लिया।

कॉलेज की पढ़ाई के बाद उनका रूझान राजनीति की ओर हो गया। जिसके बाद सिर्फ 34 साल की उम्र में छिंदवाड़ा से जीतकर वह पहली बार लोकसभा सदस्य बने। इतना ही नहीं वह अपना दिल्ली का कार्यालय 24 घंटे कार्यकर्ताओं के लिए खुला रखते हैं।

नौ बार सांसद रह चुके कमलनाथ एक कुशल नेता रहे हैं जिन्होंने बहुत सी सफलता हासिल की। जिसके बाद उनको मध्य प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया।

कमलनाथ मध्यप्रदेश से भले राजनीतिक करते हैं लेकिन वह पश्चिम बंगाल के हैं। गांधी परिवार से कमलनाथ की पुरानी दोस्ती रही है। संजय गांधी और कमलनाथ की दोस्ती राजनीतिक गलियारों में बहुत चर्चा में रही है। दोनों की दोस्ती दून स्कूल से शुरू हुई थी। इस दोस्ती के कारण वह गांधी परिवार के बेहद करीब रहे।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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