Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने शावक को पिलाया दूध, बोले- यही है रामराज्य की आदर्श भावना

Published

on

सीएम योगी

Loading

गोरखपुर। सीएम योगी ने आज बुधवार को गोरखपुर चिड़ियाघर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एक शावक को गोद में उठाकर उसे बोतल से उन्हें दूध पिलाया। जिसका वीडियो भी सामने आया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा रामराज्य की आदर्श भावना के अनुरूप हम मानव कल्याण के लिए काम करें,साथ ही हम प्रत्येक प्राणी की रक्षा और संरक्षण के लिए काम करेंगे।

उन्होंने कहा आज चिड़ियाघर में सफेद बाघिन छोड़ी गई,बहुत रोमांचित करने वाला क्षण था। साथ ही तेंदुए के दो बच्चों के नामकरण भी किये गए। मैंने स्वयं उसे दूध भी पिलाया।

यह भी पढ़ें

गांधी जयंती पर योगी सरकार ने रचा इतिहास, दिए एक लाख से ज्यादा नल कनेक्शन

सीएम योगी जब मैं वहां गया तो वो शांति से बैठ गए,जबकि सांसद जी पर झपट पड़ा था। इसी से रामचरित मानस की पंक्तियां याद आती है ‘हित अनहित पशु पक्षी जाना’। पशु पक्षी जानते हैं कि कौन हमारा हितैषी है,कौन हमारा अनहित कर सकता है।

उन्होंने कहा नमामि गंगे के परिणाम आज सामने है। कानपुर में आज सीवर का पानी नही गिरता आज वहां सेल्फी पॉइंट बन गया है। जाजमऊ में गिरने वाला सीवर का पानी आज नही है,आज वहां जलीय जीव पैदा होता है। आज डॉल्फिन गंगा में फिर से दिखाई पड़ते हैं। वन विभाग ने सौ करोड़ वृक्षारोपण किये है। अच्छा पर्यावरण हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है,और ग्लोबल वार्मिंग के लिए भी।

इससे पूर्व सीएम योगी ने इसी चिड़ियाघर में ढाई महीने पहले लाई गई सफेद बाघिन गीता को क्रॉल से मुख्य बाड़े में छोड़ा। उन्होंने यहां तेंदुए के दो बच्चों का नामकरण भी किया। सीएम ने तेंदुए के एक शावक का नाम चंडी और दूसरे का भवानी रखा। अब व्हाइट टाइगर के मुख्य बाड़े में पहुंचते ही गुरूवार से पर्यटक इसका दीदार भी कर सकेंगे।

गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही चिड़ियाघर स्थापित कराया था। मार्च 2021 को उन्होंने इसका लोकार्पण किया था।

#cmyogi

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

Published

on

Loading

प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

Continue Reading

Trending