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उत्तर प्रदेश

यूपी में 5 हजार एकड़ में बनेगी नॉलेज स्मार्ट सिटी, टीम योगी ने साइन किया MoU

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लखनऊ। विदेशी निवेश जुटाने के लिए विदेश गई टीम योगी को बड़े पैमाने पर निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस क्रम में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में आस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ टीम योगी ने नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए एमओयू साइन किया गया। यह नॉलेज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 5 हजार एकड़ की जमीन पर बनाया जाएगा। नॉलेज स्मार्ट सिटी के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि इसमें दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटीज का समावेश होगा। इसके अलावा सिंगापुर में भी निवेश के कई प्रस्ताव और एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं।

स्टार कंसोर्टियम प्रदेश में डाटा सेंटर व लॉजिस्टिक सेवाएं प्रदान करेगा तो एसएलजी कैपिटल डाटा सेंटर बनाएगा। इन निवेश प्रस्तावों व एमओयू से प्रदेश के लोगों को हजारों रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकेंगे। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने 10-12 फरवरी के मध्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए 10 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए सीएम योगी ने मंत्रियों व अधिकारियों की 8 टीमों को 18 देशों में रोड शो व ट्रेड शो के जरिए निवेश आकर्षित करने के लिए भेजा है।

उच्च शिक्षा की बदलेगी तस्वीर

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में यूएस बेस्ड सलोनी हार्ट फाउंडेशन ने उप्र के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और अपर मुख्य सचिव (बुनियादी ढांचा व औद्योगिक विकास) अरविंद कुमार की मौजूदगी में एमओयू साइन किया। वहीं आस्टिन यूनिवर्सिटी ने उप्र में नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए 42 बिलियन डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपए) का एमओयू साइन किया गया। यह नॉलेज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को 5 हजार एकड़ की जमीन पर बनाया जाएगा। आस्टिन यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट अशरफ अली मुस्तफा ने इस एमओयू के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में बेस्ट यूनिवर्सिटीज आएंगी।

उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट से भारत और अन्य जगहों पर उच्च शिक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। वहीं, फाल्कन एक्स के सीईओ मुरली चिराला के साथ भी 3 एमओयू साइन हुए। इनमें विशेष रूप से नोएडा में एक सेंटर बनाया जाएगा। इसके साथ ही 20-20 करोड़ के 2 निवेश उत्तर प्रदेश में किए जाएंगे। फाल्कनएक्स एक फिनटेक स्टार्टअप कंपनी है। इसके एंटरप्रेन्योर्स द्वारा इन्वेस्ट यूपी के तहत इंक्यूबेटर्स व एक्सिलरेटर्स यूनिट लगाने में रुचि दिखाई गई है।

यह प्रतिनिधिमंडल सैन फ्रांसिस्को में ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप ऑर्गनाइजेशन टाई के मेंबर्स व सिलिकॉन वैली के निर्माण में योगदान देने वाले भारतीयों से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने उनसे यूपी में सिलिकॉन वैली बनाने की अपील की, ताकि भारतीय भी इसका लाभ उठा सकें। उधर, जापान में रोड शो के दौरान सीको एडवांस लिमिटेड के डायरेक्टर युकीनोरी कोबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ गौतम बुद्ध नगर में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए 850 करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया। इस एमओयू के जरिए प्रदेश के लोगों के लिए 200 से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

सिंगापुर से डाटा सेंटर के लिए होगा निवेश

यूपीसीडा ने सिंगापुर में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में स्टार कंसोर्टियम प्रा. लि. के साथ उत्तर प्रदेश में डाटा सेंटर व लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए एमओयू साइन किया। इस एमओयू के जरिए उत्तर प्रदेश में 2000 करोड़ का निवेश आएगा और प्रदेश में सैकड़ों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसी तरह सिंगापुर के एसएलजी कैपिटल के साथ भी प्रदेश में डाटा सेंटर के लिए एमओयू किया गया। 100 करोड़ डॉलर (8273 करोड़ रुपए) के निवेश से प्रदेश की टेक्निकल ग्रोथ के साथ रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

हजारों करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर मुहर

औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल ने ट्वीट कर बताया कि उनके विदेशी दौरे निवेश लाने के लिहाज से बेहद सफल रहे। उन्होंने लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन मंत्र से प्रेरित जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन के रोड शो बेहद सफल रहे। 9 दिन, 3 देश और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव और एमओयू प्राप्त हुए। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 संकल्प से सिद्धि और सिद्धि से समृद्धि का महामहोत्सव साबित होने जा रहा है।

विश्व की प्रतिष्ठित कंपनियों के सहयोग और सहभागिता से नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की औद्योगिक व आर्थिक प्रगति सुदृढ़, समावेशी एवं स्वावलंबी बनेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की दूरदर्शी सोच और प्रतिबद्धता का वैश्विक उद्यमी समुदाय बाहें फैलाकर स्वागत कर रहा है। हमें विदेशों में भारतीय दूतावासों व राजनयिकों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इसके लिए पीएम दी और विदेश मंत्रालय का विशेष आभार।

फ्रांस में रोड शो करेंगे डिप्टी सीएम

विदेशों में रोड शो व वन टू वन बिजनेस बैठकों का दौर 19 दिसंबर यानी सोमवार को भी जारी रहेगा। नीदरलैंड्स में रोड शो के बाद अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय सोमवार को फ्रांस का दौरा करेंगे और रोड शो के जरिए यहां की दिग्गज कंपनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इस अवसर पर कुछ व्यापारिक समुदाय के प्रतिनिधियों से उनकी मुलाकात भी आयोजित की जाएगी। यहां से उत्तर प्रदेश सरकार को बड़े निवेश की संभावना है।

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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन से संबंधित जलवायु सम्मेलन का किया शुभारंभ

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज महाकुम्भ में कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन विषयक जलवायु सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य ही केवल इस सृष्टि का एकमात्र जीव नहीं है। जीव जंतुओं का जीवन चक्र मनुष्य के साथ और मनुष्य का जीवन चक्र उनके साथ जुड़ा हुआ है। उनका अस्तित्व रहेगा तो हमारा भी अस्तित्व रहेगा और यदि उन पर संकट आएगा तो हमारे अस्तित्व पर भी संकट आएगा। उन्होंने कहा कि हम प्रलय की प्रतीक्षा ना करें, बल्कि अभी से धरती को हरा भरा बनाएं। कुम्भ का भी यही संदेश है। हम सबको आस्था के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के कारकों पर भी विचार करते हुए उसके निवारण का उपाय करना होगा। उन्होंने कहा कि जीव सृष्टि और जंतु सृष्टि के संरक्षण के साथ ही मानव सृष्टि की सुरक्षा और संरक्षण हो पाएगा। इस दौरान सीएम योगी ने दिल्ली में हुई घटना पर अफसोस जताते हुए सभी पुण्य आत्माओं के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

श्रद्धालु पार्किंग में खड़े करें वाहन

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में जब जलवायु परिवर्तन की बात करते हैं तो एक-दूसरे पर दोषारोपण होने लगता है। यही स्थिति महाकुम्भ में भी देखने को मिल रही है. एरियल सर्वे में देख रहा था कि पार्किंग की जगह खाली है, लेकिन हर व्यक्ति सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी करके संगम स्नान को जा रहा है। अगर वही व्यक्ति पार्किंग के स्थान पर अपना वाहन पार्क करे तो हो सकता है कि उसे 100 मीटर ज्यादा पैदल चलना पड़े, लेकिन सड़क पर कहीं जाम नहीं होगा और आसानी से वह संगम में स्नान कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इस जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए हम सब कहां भागीदार हैं, इसके बारे में चिंतन करना और उसे अपने व्यवहारिक जीवन में उतारना, यह सचमुच महाकुम्भ का हिस्सा बनना चाहिए। इसे हर किसी को अपने जीवन में उतारना चाहिए।

जलवायु परिवर्तन के कारण सूख रहीं नदियां

सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से लेकर 16 फरवरी के बीच 52 करोड़ श्रद्धालु मां गंगा, यमुना और मां सरस्वती की इस पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 52 करोड़ लोग तब यहां डुबकी लगा पा रहे हैं, जब मां गंगा, यमुना और मां सरस्वती की कृपा से यहां अविरल जल उन्हें मिल पा रहा है। जो भी यहां डुबकी लगा रहा है उसे आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव मिल रहा है। इस अनुभव को जब वह अपने गांव में और आसपास के क्षेत्र में साझा कर रहा है, तभी वहां से बड़े पैमाने पर श्रद्धालु यहां आकर इस पूरे आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको सोचना होगा की कार्बन उत्सर्जन और पर्यावरण के प्रदूषण का कारण जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन का ही कारण है कि धरती माता की धमनियों के रूप में जिन नदियों को अविरल बहना चाहिए था वह सूखती जा रही हैं। अनुमान कीजिए, अगर शरीर की रक्त धमनियां सूख गई तो शरीर की स्थिति क्या होगी। अगर धरती माता की धमनियां सूख गईं या प्रदूषित हो गई तो जिन धमनियों से रक्त का प्रवाह होना चाहिए उसकी क्या स्थिति होगी।

मर चुकी नदियों को पुनर्जीवित किया जा रहा

सीएम योगी ने कहा कि धरती माता के साथ खिलवाड़ न हो, इसको ध्यान में रखते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया गया है। उत्तर प्रदेश में पिछले 8 वर्षों के अंदर हमारी सरकार ने 210 करोड़ वृक्षारोपण किया है। वन विभाग के द्वारा जो वृक्ष लगाए गए हैं उसमें 70 से लेकर 80 फीसदी पौधे सुरक्षित हैं। वहीं विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से जो वृक्षारोपण हुआ है उसमें भी 60 से 70 फीसदी पौधे सुरक्षित हैं। डीजल से चलने वाली बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए पॉलिसी बनाई और अनेक कार्यक्रम बढ़ाए गए हैं। मर चुकी नदियों को फिर से पुनर्जीवित करने का काम किया। आज जो संगम में इतना पावन स्नान एक साथ एक दिन में करोड़ों लोग कर पा रहे हैं। जितनी भीड़ कभी मौनी अमावस्या को जुटती थी उतनी भीड़ हर दिन हो रही है। नदियों को चैनेलाइज किया गया। संगम क्षेत्र का दायरा बढ़ाया गया। संगम में हर समय 10 हजार से 11 हजार क्यूसेक जल हमेशा मौजूद रहे इसको सुनिश्चित किया गया।

जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए जनभागीदारी आवश्यक

सीएम योगी ने कहा कि सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है, लेकिन हमारा भी प्रयास होना चाहिए कि हम भी इसमें कैसे भागीदार बन सकते हैं। दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग करना क्या हम रोक पाएंगे, क्या नदियों पर कब्जा करना और प्रदूषण करने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण कर पाएंगे, वन्य जीवों के प्रति क्या हमारे मन में भी संवेदना जागृत होगी, क्योंकि जैसे हमारा जीवन चक्र है ऐसे ही धरती माता का भी अपना एक जीवन चक्र है। हम दोनों को एक साथ जोड़ करके देखेंगे तब यह सृष्टि रहेगी। एक पेड़ मां के नाम, एक पेड़ आस्था के नाम लगाने के क्रम में हम भी सहभागी बन सकें।

इस अवसर पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, परमार्थ आश्रम के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि, जगद्गुरु स्वामी मुकुंदानंद, वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना एवं राज्य मंत्री केपी मलिक समेत विधायक व अधिकारी उपस्थित रहे।

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