Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

पुलिस भर्ती में नहीं होगी लिखित परीक्षा-अखिलेश यादव

Published

on

Loading

लखनऊ। सीएम अखिलेश यादव ने आज  एनेक्सी में कैबिनेट बैठक के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और कई प्रस्तावों को मंजूरी मिली। कैबिनेट की बैठक में ‘क्लीन स्कूल-ग्रीन स्कूल योजना’ के तहत 100 स्कूलों के चयन के प्रस्ताव को  मंजूरी मिल गयी  है। इसमें स्कूलों में शिक्षकों की निगरानी में बच्चों और अभिभावकों के क्लब बनेंगे। इसका उद्देश्य उन्हें साफ-सुथरे पर्यावरण का महत्व समझाना है।

पुलिस भर्ती  में अब लिखित परीक्षा न कराने की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद  आज की कैबिनेट बैठक में आरक्षी और  मुख्य आरक्षी सेवा नियमावली में संशोधन किया गया और  इससे संबंधित प्रस्ताव में पुलिस में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के स्थान पर हाईस्कूल और इंटमीडिएट की परीक्षा के अंक, शारीरिक दक्षता और  दौड़ का प्रावधान किया गया.इसके अलावा केंद्रीय सुरक्षा बल की तर्ज पर पीएसी के जवानों को भी केंद्रीय पुलिस कैंटीन से मिलने वाला सामान करमुक्त करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गयी है।

कैबिनेट में इन प्रस्ताओं को मिली मंजूरी —-

PAC कर्मचारियो के लिए टैक्स रहित कैंटीन को मंजूरी 

यूपी मे 100 नए GIC स्कूल खुलेंगे,गोरखपुर में कुश्ती हाल,एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान का निर्माण होगा

अयोध्या शोध संस्थान के कर्मियो और राज्य ललित कला अकादमी में भी कर्मियों का 60 साल मे रिटायरमेंट

भारतेंदु नाट्य अकादमी में 60 साल में रिटायरमेंट,बुंदेलखंड मे ब्लास्ट वेल योजना चलाने को मंजूरी

35 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती होगी , और इसके लिए अब लिखित परीक्षा नहीं देनी होंगी बल्कि मेरिट के आधार पर ही इनकी भर्ती होगी 

यूपी खादी ग्रामोद्योग के नए भवन निर्माण का प्रस्ताव मंजूर,

सिपाही और दीवान सेवा नियमावली का प्रख्यापन मंजूर,

2015-16 के लिए ईंट-भट्ठा समाधान योजना प्रस्ताव पास,

मुख्यमंत्री और राज्यपाल के स्टॉफ का भत्ता बढ़ेगा,

प्रदेश में नई शीरा नीति में संशोधन का प्रस्ताव मंजूर,

बेल-230 हेलीकॉप्टर को बेचने के प्रस्ताव को मिली मंजूरी,

सैफई हवाई पट्टी पर नाइट लैंडिंग निर्माण की स्वीकृति,

इस मौके पर अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमे मायावती ने राज्यसभा में यह मांग उठायी थी की सवर्ण गरीबों के लिए भी आरक्षण होना चाहिए। अखिलेश ने कहा की बसपा के बारे में कुछ नहीं बोलना और जी एस टी पर बिना कोई समझे बोल रहा है उसके पक्ष में। अभी चर्चा बाकी है और आबादी के हिसाब से हम ज्यादा है।

यही नहीं कैबिनेट बैठक ख़त्म होने के बाद सचिवालय से निकलते वक़्त अखिलेश यादव ने जहां एक तरफ सूखे पर केंद्र को घेरा तो स्मारक के मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो पर भी निशाना साध कर उत्तर प्रदेश में जुबानी जंग तेज़ कर दी।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending