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प्रादेशिक

प्रत्येक जरुरतमंद को एम्बुलेंस सेवा समय से प्राप्त होनी चाहिए: सीएम योगी

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Yogi government

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में उपयोगी सिद्ध हुई है। नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों में आशानुकूल तेजी से कमी आयी है। उन्होंने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 89 नए मामले सामने आये हैं। इनमें से 22 मामले जनपद कानपुर नगर के हैं। इसी अवधि में 116 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 768 है। पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कुल 2,53,094 कोरोना टेस्ट किये गये। राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 47 लाख 56 हजार 42 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि जनपद अलीगढ़, बस्ती, एटा, हाथरस, कासगंज, महोबा तथा श्रावस्ती में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टों में 36 जनपदों में संक्रमण का कोई नया मामला नहीं मिला। जनपद कानपुर नगर एक मात्र जनपद है, जहां दहाई संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले प्रकाश में आये हैं। शेष जनपदों में कोरोना संक्रमण के मामले इकाई संख्या में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद कानपुर नगर में संक्रमण के नये मामलों के कारणों का गहन परीक्षण करते हुए जनपद में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जाए। कोरोना टीकाकरण का कार्य निर्बाध एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। सभी वैक्सीनेशन सेण्टर पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता रहे। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए। गांवों में कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से कोविड टीकाकरण हेतु प्रदान की जा रही निःशुल्क पंजीकरण सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत दिवस तक प्रदेश में कुल 04 करोड़ 57 लाख 17 हजार 456 कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।

मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के भविष्य के आकलनों को देखते हुए संक्रमण के उपचार की व्यवस्था को निरन्तर सुदृढ़ बनाया जा रहा है। कोविड बेड की संख्या में वृद्धि, दवाओं के प्रोक्योरमेंट तथा चिकित्सा कर्मियों की ट्रेनिंग का कार्य सुचारु रूप से संचालित किया जा रहा है। राज्य में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही नियमित रूप से संचालित की जा रही है। मेडिसिन किट का वितरण जारी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ‘102’ और ‘108’ एम्बुलेंस सेवाओं का प्रभावी संचालन कराया जाए। एम्बुलेंस सेवाओं को किसी भी दशा में बाधित नहीं होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक जरुरतमंद को एम्बुलेंस सेवा समय से प्राप्त हो जाए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो सम्बन्धित एम्बुलेंस प्रोवाइडर के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने गृह विभाग एवं राजस्व विभाग को थाना दिवस एवं तहसील दिवस को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसके लिए सम्बन्धित विभागों द्वारा इन दिवसों में प्राप्त होने वाली समस्याओं एवं उनके निस्तारण की स्थिति की नियमित समीक्षा की जाए। सभी विभागों द्वारा प्रशासकीय व्यय को कम करने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में राजकीय कर्मियों के स्थगित किये गये मंहगाई भत्ते को जारी करने के सम्बन्ध में वित्त विभाग तैयारी करके शीघ्र प्रस्ताव प्रस्तुत करे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। शारदीय नवरात्र से चैत्र नवरात्र तक संचालित मिशन शक्ति के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। मिशन शक्ति अभियान को पुनः संचालित किये जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इस चरण में अभियान को और प्रभावी ढंग से चलाया जाए। मिशन शक्ति अभियान को गृह, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य सम्बन्धित विभाग अन्तर्विभागीय समन्वय से संचालित करें। इस सम्बन्ध में व्यापक कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि अभियान के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों, आशा वर्कर्स, शिक्षण संस्थाओं, महिला स्वयं सहायता समूहों तथा अन्य संस्थाओं को जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी विभाग शीघ्र पूर्ण की जा सकने वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए प्रभावी कार्यवाही करें। परियोजनाओं को पूर्ण किये जाने में गुणवत्ता प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसलिए इनकी नियमित समीक्षा भी की जाए।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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