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नेशनल

दिल्ली में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्तर पर, सांस लेना भी मुश्किल

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नई दिल्ली। दिल्ली में आए दिन वायु प्रदूषण एक भयानक रूप लेता जा रहा है। दिल्ली में पिछले 25 दिनों से प्रदूषण का स्तर लोगों के लिए जहरीला साबित हो रहा है. हालात यह है कि अब सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. सांस की बीमारी परेशान लोगों के लिए तो यह स्थिति जानलेवा साबित हो रहा है. डॉक्टर स्मॉग के असर को कम करने के लिए लोगों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन हर समय मास्क पहनना भी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है.

AQI लेवल दिल्ली के इलाकों का

अलीपुर 307

आनंद विहार 328

अशोक विहार 312

आया नगर 491 286

बवाना 338

चांदनी चौक 249

द्वारका सेक्टर 8 332

आईटीओ 314

जहांगीरपुरी 330

लोधी रोड 255

मुंडका 365

नजफगढ़ 301

नरेला 267

नेहरू नगर 331

आर के पुरम 307

रोहिणी 322

शादीपुर 377

सोनिया विहार 312

वजीरपुर 330

नेशनल

पीएम मोदी ने मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में नौसेना के 3 अग्रणी युद्धपोतों INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर को राष्ट्र को किया समर्पित

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मुंबई। पीएम मोदी ने मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में नौसेना के 3 अग्रणी युद्धपोतों INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि नए युद्धपोत राष्ट्र की सुरक्षा को ताकत देंगे। भारत नेवी को सशक्त करने की दिशा में आज एक बड़ा कदम उठा रहा है। हमारी नौसेना ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई है।

पीएम ने कहा कि तीनों सेनाओं ने आत्मनिर्भरता के मंत्र को अपनाया है। भारत विस्तारवाद नहीं, विकास के भाव के साथ आगे बढ़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है।

मेड इन इंडिया हैं युद्धपोत

पीएम ने कहा कि भारत पर दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है। हम पूरी दुनिया को परिवार मानते हैं। पीएम ने कहा कि यह गर्व की बात है कि सभी तीन फ्रंटलाइन नौसैनिक मेड इन इंडिया हैं। आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है।

पीएम ने कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत, नौसेना के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए बहुत बड़ा दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि पर हम 21वीं सदी की नौसेना को मजबूत करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठा रहे हैं। ये पहली बार है जब एक विध्वंसक, एक फ्रिगेट और एक पनडुब्बी, ये तीनों मिलकर काम कर रहे हैं।

पीएम ने छत्रपति शिवाजी महाराज का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था। गौरतलब है कि तीन प्रमुख नौसैनिक लड़ाकू जहाजों का बेड़े में शामिल होना भारत के रक्षा क्षेत्र में एक बड़ा योगदान है, जिससे भारत रक्षा विनिर्माण और समुद्री सुरक्षा में वैश्विक नेता बनने की राह में आगे बढ़ेगा।

 

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