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प्रादेशिक

बहराइच को ₹221 करोड़ की 114 परियोजनाओं का मिला उपहार

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास-पथ पर बहराइच और श्रावस्ती की तेज रफ्तार पर खुशी जताई है। सीएम ने कहा है कि दोनों जिलों की जनता ने ऐसे जनप्रतिनिधि चुन कर भेजे, जिन्हें क्षेत्र के विकास में रुचि है। यही कारण है कि इन दोनों अकांक्षात्मक जिलों में सरकार की योजनाओं से आम आदमी सीधा लाभ पा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी, रविवार को बहराइच और श्रावस्ती जिलों के लिए ₹611 करोड़ से अधिक की 201 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास कर रहे थे। खराब मौसम के कारण दोनों जिलों में न पहुंच पाने पर खेद जताते हुए सीएम ने स्थानीय जनता से वर्चुअली संवाद किया। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ वह हेलीकॉप्टर से बहराइच तक आ भी गए थे, लेकिन मौसम इतना खराब था कि वायुयान का उतरना सम्भव नहीं था। ऐसे में न चाहते हुए भी उन्हें लखनऊ वापस आकर वर्चुअली संवाद करना पड़ रहा है।

श्रावस्ती में ₹390.45 करोड़ की 87 विकास परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण/शिलान्यास करते हुए सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र में ही तथागत गौतम बुद्ध ने सर्वाधिक चातुर्मास बिताए थे। यह पवित्र स्थल है। यहां की महत्ता के अनुरूप पर्यटन विकास के लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है। वहीं, बहराइच को ₹221 करोड़ की 114 परियोजनाओं का उपहार देते हुए सीएम ने बहराइच की ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व को खास तौर पर याद किया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र ऋषि बालार्क की पावन साधना स्थली है तो राजा सुहेलदेव के शौर्य और पराक्रम का साक्षी भी है।

आज केंद्र और राज्य सरकार यहां की महत्ता के अनुसार बहुमुखी विकास के सभी प्रबंध कर रही है। दो वर्ष पूर्व यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई, कोरोना काल में इस मेडिकल कॉलेज ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में बड़ी भूमिका निभाई। जल्द ही श्रावस्ती में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित होगा। उन्होंने कहा किअभी बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक के निर्माण की आधारशिला रखी है। इतिहास में उनके साथ भले ही न्याय न हुआ हो, लेकिन लोककथाओं में सुहेलदेव की शौर्यगाथा सतत जीवित है। यह स्मारक भावी पीढ़ी को राजा सुहेलदेव की गौरवगाथा से परिचित कराएगा।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ हो या कोरोना, यहां के कर्मठ जनप्रतिनिधियों ने अपनी जनता की सेवा के लिए हर सम्भव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में बीते सात सालों में हुये प्रयासों का नतीजा है कि आज देवीपाटन मंडल के तीनों जिले विकास से रोशन हो रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं से बदलती क्षेत्र की तस्वीर की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि आज बहराइच के ग्रामीण क्षेत्र में 1.36 लाख लोगों को अपना घर मिला है तो शहरी क्षेत्र में 08 हजार परिवारों को आवास मिला। 04.85 लाख घरों में शौचालय बने। यह शौचालय स्वास्थ्य सुरक्षा और नारी गरिमा को सुनिश्चित करने के साधन सिद्ध हुए हैं। करीब 755 करोड़ रुपये पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में दिए जा चुके हैं, तो 98 हजार से अधिक किसानों के ऋण माफ हुए 52 हजार किसानों ने फसल बीमा का लाभ मिला। सीएम ने कहा कि सात साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “सबका साथ-सबका विकास” का मंत्र दिया था। इसी के अनुरूप भेदभाव और पक्षपात रहित कार्यसंस्कृति के साथ बीते साढ़े चार साल से राज्य सरकार समाज के हर तबके को विकास का अवसर मुहैया करा रही है।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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