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जनकल्याणकारी कार्यों और उपलब्धियों को बताने के लिए भाजपा निकालेगी प्रदेश स्तरीय छह यात्राएं

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदियनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश स्तर पर छह यात्राएं निकालने जा रही है। इन यात्राओं के माध्यम से हम प्रदेश की 25 करोड़ जनता के बीच केंद्र और राज्य सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों और उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाने वाले हैं, सभी कार्यकर्ता अपने जिलों में इसकी तैयारी करें। यह यात्रा जातिवाद, तुष्टिकरण और वंशवाद की सीमाओं को तोड़ देगी।
यह बातें उन्होंने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संगठनात्मक की बैठक में कहीं।

उन्होंने कहा कि 2017 से पहले के उत्तर प्रदेश के बारे में सब लोग जानते हैं। पहले दंगे होते थे, माफिया तबाही मचाए हुए थे, आम आदमी अपने अधिकारों से जबरिया वंचित था। 1947 से 2017 के बीच प्रदेश में केवल डेढ़ एक्सप्रेस वे बने थे। आज उत्तर प्रदेश की गिनती एक्सप्रेस वे प्रदेश के रूप में है, यहां छह एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। आज चार शहरों से मेट्रो चल रही है, दो नए एम्स बने हैं। प्रदेश नई बढ़त के साथ आगे बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार का लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है। अब सब लोग अयोध्या जाना चाहते हैं, काशी अब विश्व पटल पर नजर आ रही है। यहां सांस्कृतिक विरासत को विकसित किया गया है।

बैठक के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष विद्या सागर सोनकर को प्रदेश यात्रा प्रमुख बनाया गया है। प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, संगठन महामंत्री सुनील बंसल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने भी यात्रा के बाबत विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस दौरान राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी, विनोद सोनकर और कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक आदि उपस्थित रहे।

2017 से पहले पूर्ववर्ती सरकार की खामियों को किया था उजागर: योगी

सीएम योगी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पूर्व निकाली जाने वाली इन यात्राओं के माध्यम से पार्टी केंद्र सरकार की 7.5 वर्षों की उपलब्धि और प्रदेश सरकार की पांच वर्षों की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाएगी। 2017 के चुनावों से पहले हमने यात्रा निकाली थी, तब हमने पूर्ववर्ती सरकार की खामियों को उजागर करते हुए हम जनता के बीच गए थे। इस बार हम अपनी उपलब्धियां बताने और जनता का आशीर्वाद लेने फिर से उनके बीच जा रहे हैं।

गरीब कल्याण की योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल रहे: सीएम

सीएम ने कहा कि हम सब जानते हैं कि आजादी के बाद पीएम मोदी ने देश की परंपरागत चली आ रही राजनीति को भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, जातिवाद, मत और मजहब के दायरे में कैद होकर चली आ रही राजनीति को बदला है। उन्होंने उसे गांव के लिए, गरीब के लिए, किसानों के लिए, नौजवानों के लिए, महिलाओं के लिए और एक नए भारत को स्थापित करने के लिए जिस अभियान को आगे बढ़ाया है, आज वह प्रत्येक नागरिक की जुबान पर सुनाई देता है। इस बारे में राजनीतिक दल और उनके लोग भले ही बात न करते हों, लेकिन समाज के आम आदमी भी उनकी गरीब कल्याण की योजनाओं से प्रसन्न है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। हम उनके इसी विजन को लेकर 2017 से जनता के हित के लिए, गरीब कल्याण की योजनाओं को सफलता पूर्वक धरातल पर उतारने में सफल रहे हैं।

जनता के आशीर्वाद से दोबारा 300+ सीटों के साथ सरकार बनाने जा रहे: स्वतंत्र देव

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि छह यात्राएं प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए जाएंगी। हम अपने देवतुल्य कार्यकर्ताओं के दम, केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों के कारण प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से दोबारा 300+ सीटों के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने यात्रा की योजना और अन्य तैयारियों में लगे कार्यकर्ताओं को पूर्ण मनोयोग से जुटने का आग्रह किया।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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