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एकतरफा प्यार का नतीजा था दीप्ति‍ अपहरण केस

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एकतरफा प्‍यार का नतीजा, दीप्ति‍ अपहरण केस, गाजियाबाद एसएसपी धर्मेंद्र यादव

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गाजियाबाद(उप्र)। स्नैपडील कर्मचारी दीप्ति सरना अपहरण मामले का उप्र की गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार दोपहर खुलासा किया। एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि आरोपी हिस्ट्रीशीटर है और कोर्ट में पेशी के दौरान कुरुक्षेत्र से भागा था। आरोपी ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर एक साल पहले दीप्ति को देखा था। वह लड़की की खूबसूरती पर दिल दे बैठा। वह दीप्ति से एकतरफा प्‍यार करने लगा। पुलिस ने बताया कि सर्विलांस और ट्रूकॉलर के जरिए उन्हें आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने एक साल में करीब डेढ़ सौ बार लड़की की रेकी की और आने-जाने के रास्तों पर गौर किया। आरोपी ने अपने साथियों को अंधेरे में रखा और बताया कि लड़की हवाला कारोबार से जुड़ी है। आरोपी ने पहले भी कई बार उसे ऑटो में बैठाने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रहा। लड़की दूसरी ऑटो में बैठकर घर निकली तो आरोपी ने दूसरा प्लान बनाया। उसने साहिबाबाद लाल बत्ती के पास ऑटो पंक्चर करने की साजिश रची। उसने साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाया और ऑटो पंक्चर करके उसकी सवारियां अपने ऑटो में बैठा लीं। कुछ दूर बाद उन्होंने ऑटो में बैठी दो लड़कियों को में से एक को चाकू दिखाकर उतार दिया और दीप्ति को लेकर आगे बढ़ गए। उन्होंने उसे पिस्तौल दिखाकर चुप रहने के लिए कहा और उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।

आरोपियों ने लड़की का बैग एक अंडरकंस्ट्रशन साइट पर दबा दिया और लड़की के फोन को कुचल दिया गया। पुलिस ने सारा सामना बरामद कर लिया है। आरोपी लड़की को लेकर आगे जा रहा था तभी ऑटो की सीएनजी हो गई जिसके बाद उसने अपने किसी भाई को फोन करके आई10 कार मंगाई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने लड़की को रातभर खेत में बैठाए रखा। खेतों के पास कार फंसने पर आरोपी ने नदी पार की और पैदल ही उसे लेकर अपने गांव पहुंचा। आरोपी ने अपने भाई को फोन करके डिस्कवर मोटरसाइकिल मंगाई और उसे अपने दोस्त के घर ले जाकर गया। जहां कोई नहीं रहता था। आरोपी ने लड़की को इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश की कि उसके साथी उसके साथ जबरदस्ती करना चाहते हैं, लेकिन वह उसे बचा रहा है। आरोपी ने लड़की के अश्लील सवाल भी किए थे। उसने लड़की को डराते हुए कहा था कि जिस दोस्त के साथ उसने उसे राजीव चौक पर देखा था वह सही नहीं है और उसे धोखा दे रहा है।

आरोपी ने लड़की को छोड़ने से पहले सवाल किया था कि दोस्त बनाकर जा रही हो या दुश्मन। आरोपी ने पुलिस से कहा कि उस पर इतने केस हैं अगर इश्क में भी एक केस हो गया तो क्या फर्क पड़ेगा। आरोपी ने बताया कि वह हिटलर की बायोग्राफी पढ़ चुका है और उससे काफी प्रभावित है। वह हीरो बनना चाहता था और लड़की से शादी करके नेपाल में बसना चाहता था। दीप्ति को बीते बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे गाज़ियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन से चार लोगों ने उस वक्त अगवा कर लिया था, जब वह ऑटो से अपने घर जा रही थी। उसके पिता नरेंद्र शर्मा ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। और फिर 36 घंटे बाद दीप्ति सही सलामत अपने घर वापस लौट आई थी। वह पानीपत में थी। दीप्ति ने पुलिस और परिवार को बताया था कि उसे किडनैपर्स ने खुद ही छोड़ दिया था।

कई दिनों से कर रहा था पीछा

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में से एक का नाम देवेंद्र है। उसी ने पूरे घटनाक्रम की साजिश रची थी। हरियाणा का रहने वाला देवेंद्र कई दिनों से दीप्ति का पीछा कर रहा था और उसके आने-जाने के वक्त पर नजर रख रहा था। उसके साथियों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वे लोग दीप्ति को अगवा करने जा रहे हैं। उन्हें भी देवेंद्र ने धोखे में रखा और साजिश में शामिल कर लिया।

CM तक पहुंच चुका है मामला

दीप्ति के अपहरण का मामला प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव तक पहुंच चुका है, जिसकी वजह से पुलिस भी मामले में तेजी बरत रही है। दीप्ति के लापता होने पर यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने खुद शीर्ष अधिकारियों को आदेश दिया था कि जल्द से जल्द मामले को सुलझाएं। सोमवार को पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। इनमें से एक शख्स दीप्ति से एकतरफा प्यार करता है और उसी ने सारी साजिश रची।

पुलिस को पहले से था शक

पुलिस को पहले से ही शक था कि दीप्ति के अपहरण में किसी नजदीकी का हाथ हो सकता है और यही वजह थी पुलिस लगातार दीप्ति के ऑफिस में काम करने वालों और उसके दोस्तों, जानकारों से पूछताछ कर रही थी। इसके अलावा उसके मोबाइल की कॉल डीटेल्स भी खंगाली गई। पुलिस दोपहर एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले का पूरा खुलासा करेगी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार देगा डोमिनिका, कोरोना के समय भेजी थी 70 हजार वैक्सीन

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डोमिनिका। कैरेबियाई देश डोमिनिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री को कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के 70 हजार डोज भेजे थे। यह वैक्सीन डोमिनिका और उसके पड़ोसी अन्य कैरेबियाई देशों के काम आई थी। भारतीय प्रधानमंत्री के डोमिनिका के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है।

डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन भारत-कैरिबियन समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी को डोमिनिका सम्मान से सम्मानित करेंगी। डोमिनिका के पीएम ऑफिस के आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2021 में, प्रधानमंत्री मोदी ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें उपलब्ध कराईं। एक उदार उपहार जिसने डोमिनिका को अपने कैरेबियाई पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाया।” इसमें कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को मान्यता देता है।

बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए पुरस्कार की पेशकश स्वीकार की। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन के साथ काम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता का प्रतिबिंब हैं, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शातें हैं।

 

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