Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

देहरादून में चौथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का रिहर्सल

Published

on

Loading

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2018 पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की मंगलवार को एफ.आर.आई में रिहर्सल की गई। योग दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार ही सुबह 7 बजे से 7ः45 बजे तक योग साधकों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया।

45 मिनट तक चले योगाभ्यास में सैंकड़ों साधकों ने ग्रीवाचालन, स्कन्ध संचालन, कटि चालन, घुटना संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपाद आसन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास किया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियों को रिहर्सल में परखा गया।

उत्तराखंड

जगद्गुरु रामभद्राचार्य अस्पताल में भर्ती, सांस लेने में तकलीफ

Published

on

Loading

देहरादून। जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य को अचानक दून के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगलवार की शाम को उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। इसके बाद उन्हें दून लाया गया, चिकित्सक उनका उपचार कर रहे हैं।मंगलवार की शाम को जगद्गुरु को सांस लेने में समस्या हुई। इसके बाद उन्हें इलाहाबाद से एयरलिफ्ट कर शाम करीब सात बजे दून लाया गया। यहां सिनर्जी अस्पताल में उन्हें उपचार के लिए भर्ती किया गया। जहां चिकित्सकों की टीम की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि इसी साल फरवरी में भी रामभद्राचार्य की तबियत बिगड़ी थी. उस समय भी उनको देहरादून लाया गया था जहां सिनर्जी अस्पताल में उनका इलाज हुआ. तब उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से संदेश दिया था कि वह कुछ समय के लिए स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं आराम कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि, लोगों का विश्वास रखना जरूरी है. कुछ समय बाद, ठीक हो जाने पर फिर कथा करने आएंगे.

जगद्गुरु रामभद्राचार्य के फेसबुक एकाउंट पर पोस्ट में उन्होंने ये बताया था. क्योंकि देहरादून में उनके शिष्य के अस्पताल में ही उनका नियमत इलाज चलता है इसलिए जगद्गुरु हमेशा इलाज के लिए यहीं आते हैं. तब डॉक्टरों ने बताया था कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य को मौसम बदलने से खांसी और जुकाम कि शिकायत थी. तब सोशल मीडिया और कुछ वाट्सएप संदेशों में उनके निधन को लेकर खबरें प्रसारित की जा रही थीं. इसके बाद एक एक्सक्लूसिव वीडियो में उन्होंने अपने भक्तों के लिए संदेश भेजा था.

Continue Reading

Trending