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उत्तर प्रदेश

मेरठ की मंडलायुक्त ने मोटो जीपी वेन्यू का लिया जायजा, तैयारियों को लेकर दिए निर्देश

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Moto GP venue

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ग्रेटर नोएडा। मेरठ मंडल मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने बुधवार को मंडल के अंतर्गत आने वाले गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) का दौरा किया और इस महीने के अंतिम सप्ताहांत में यहां होने वाले बहुप्रतीक्षित मोटोजीपी भारत के आयोजन की तैयारियों के बारे में जानकारी हासिल की। मंडलायुक्त ने आयोजन स्थल का निरीक्षण भी किया। उत्तर प्रदेश सरकार के लिए यह आयोजन काफी अहम है क्योंकि भारत में इस तरह का इवेंट पहली बार हो रहा है।

BIC के निरीक्षण के दौरान मोटोजीपी भारत के प्रमोटर्स-फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स को मंडलायुक्त का स्वागत करने का सम्मान मिला। इस दौरान फेयरस्ट्रीट के मुख्य खेल अधिकारी- सिब्तैन बाकरी ने सेल्वा कुमारी जे. के सामने भारत के लिए इस ऐतिहासिक इवेंट के पीछे बौद्धिक संपदा (आईपी) का अवलोकन पेश किया।

मंडलायुक्त ने मोटोजीपी इवेंट को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन, प्राधिकरण एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी तैयारियां समय रहते पूर्व निर्धारित मानकों के अनुसार पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद मंडलायुक्त ने मोटोजीपी वेन्यू का बहुत ही गहनता के साथ निरीक्षण किया।

इस दौरान मंडलायुक्त के साथ गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार भी मौजूद थे। इनके अलावा डीसीपी पुलिस साद मिया खान, मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) डॉक्टर नितिन मदान, सिटी मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार, उपायुक्त (उद्योग) अनिल कुमार तथा कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त के बीआईसी दौरे पर खुशी जाहिर करते हुए फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि फेयरस्ट्रीट को मंडलायुक्त के सामने एक प्रमोशनल वीडियो पेश करने का भी सौभाग्य मिला, जो मोटोजीपी भारत में उपस्थित लोगों के उत्साह और रोमांच को दर्शाता है।

पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा मंडलायुक्त को हमारे प्रोग्राम की तैयारियों से परिचित कराने के लिए बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का  दौरा कराया गया। हम मंडलायुक्त के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। इस यात्रा के लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं। हमारे लिए यह  सम्मान और खुशी का पल है। उनकी अंतर्दृष्टि और सपोर्ट अमूल्य है क्योंकि हम मोटोजीपी भारत को एक अविस्मरणीय मोटरस्पोर्ट इवेंट बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि मोटोजीपी भारत में लगभग 40 टीमें भाग लेंगी, जिसमें 80 राइडर्स शामिल होंगे। इन राइडर्स में मार्क मार्केज, फ्रांसेस्को बगानिया जैसी शानदार प्रतिभाओं के साथ-साथ कई अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं। यह भव्य इवेंट 22 से 24 सितंबर तक बीआईसी में होगा।

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन से संबंधित जलवायु सम्मेलन का किया शुभारंभ

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज महाकुम्भ में कुम्भ की आस्था और जलवायु परिवर्तन विषयक जलवायु सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य ही केवल इस सृष्टि का एकमात्र जीव नहीं है। जीव जंतुओं का जीवन चक्र मनुष्य के साथ और मनुष्य का जीवन चक्र उनके साथ जुड़ा हुआ है। उनका अस्तित्व रहेगा तो हमारा भी अस्तित्व रहेगा और यदि उन पर संकट आएगा तो हमारे अस्तित्व पर भी संकट आएगा। उन्होंने कहा कि हम प्रलय की प्रतीक्षा ना करें, बल्कि अभी से धरती को हरा भरा बनाएं। कुम्भ का भी यही संदेश है। हम सबको आस्था के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के कारकों पर भी विचार करते हुए उसके निवारण का उपाय करना होगा। उन्होंने कहा कि जीव सृष्टि और जंतु सृष्टि के संरक्षण के साथ ही मानव सृष्टि की सुरक्षा और संरक्षण हो पाएगा। इस दौरान सीएम योगी ने दिल्ली में हुई घटना पर अफसोस जताते हुए सभी पुण्य आत्माओं के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

श्रद्धालु पार्किंग में खड़े करें वाहन

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में जब जलवायु परिवर्तन की बात करते हैं तो एक-दूसरे पर दोषारोपण होने लगता है। यही स्थिति महाकुम्भ में भी देखने को मिल रही है. एरियल सर्वे में देख रहा था कि पार्किंग की जगह खाली है, लेकिन हर व्यक्ति सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी करके संगम स्नान को जा रहा है। अगर वही व्यक्ति पार्किंग के स्थान पर अपना वाहन पार्क करे तो हो सकता है कि उसे 100 मीटर ज्यादा पैदल चलना पड़े, लेकिन सड़क पर कहीं जाम नहीं होगा और आसानी से वह संगम में स्नान कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इस जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए हम सब कहां भागीदार हैं, इसके बारे में चिंतन करना और उसे अपने व्यवहारिक जीवन में उतारना, यह सचमुच महाकुम्भ का हिस्सा बनना चाहिए। इसे हर किसी को अपने जीवन में उतारना चाहिए।

जलवायु परिवर्तन के कारण सूख रहीं नदियां

सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से लेकर 16 फरवरी के बीच 52 करोड़ श्रद्धालु मां गंगा, यमुना और मां सरस्वती की इस पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 52 करोड़ लोग तब यहां डुबकी लगा पा रहे हैं, जब मां गंगा, यमुना और मां सरस्वती की कृपा से यहां अविरल जल उन्हें मिल पा रहा है। जो भी यहां डुबकी लगा रहा है उसे आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव मिल रहा है। इस अनुभव को जब वह अपने गांव में और आसपास के क्षेत्र में साझा कर रहा है, तभी वहां से बड़े पैमाने पर श्रद्धालु यहां आकर इस पूरे आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको सोचना होगा की कार्बन उत्सर्जन और पर्यावरण के प्रदूषण का कारण जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन का ही कारण है कि धरती माता की धमनियों के रूप में जिन नदियों को अविरल बहना चाहिए था वह सूखती जा रही हैं। अनुमान कीजिए, अगर शरीर की रक्त धमनियां सूख गई तो शरीर की स्थिति क्या होगी। अगर धरती माता की धमनियां सूख गईं या प्रदूषित हो गई तो जिन धमनियों से रक्त का प्रवाह होना चाहिए उसकी क्या स्थिति होगी।

मर चुकी नदियों को पुनर्जीवित किया जा रहा

सीएम योगी ने कहा कि धरती माता के साथ खिलवाड़ न हो, इसको ध्यान में रखते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया गया है। उत्तर प्रदेश में पिछले 8 वर्षों के अंदर हमारी सरकार ने 210 करोड़ वृक्षारोपण किया है। वन विभाग के द्वारा जो वृक्ष लगाए गए हैं उसमें 70 से लेकर 80 फीसदी पौधे सुरक्षित हैं। वहीं विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से जो वृक्षारोपण हुआ है उसमें भी 60 से 70 फीसदी पौधे सुरक्षित हैं। डीजल से चलने वाली बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए पॉलिसी बनाई और अनेक कार्यक्रम बढ़ाए गए हैं। मर चुकी नदियों को फिर से पुनर्जीवित करने का काम किया। आज जो संगम में इतना पावन स्नान एक साथ एक दिन में करोड़ों लोग कर पा रहे हैं। जितनी भीड़ कभी मौनी अमावस्या को जुटती थी उतनी भीड़ हर दिन हो रही है। नदियों को चैनेलाइज किया गया। संगम क्षेत्र का दायरा बढ़ाया गया। संगम में हर समय 10 हजार से 11 हजार क्यूसेक जल हमेशा मौजूद रहे इसको सुनिश्चित किया गया।

जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए जनभागीदारी आवश्यक

सीएम योगी ने कहा कि सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है, लेकिन हमारा भी प्रयास होना चाहिए कि हम भी इसमें कैसे भागीदार बन सकते हैं। दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग करना क्या हम रोक पाएंगे, क्या नदियों पर कब्जा करना और प्रदूषण करने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण कर पाएंगे, वन्य जीवों के प्रति क्या हमारे मन में भी संवेदना जागृत होगी, क्योंकि जैसे हमारा जीवन चक्र है ऐसे ही धरती माता का भी अपना एक जीवन चक्र है। हम दोनों को एक साथ जोड़ करके देखेंगे तब यह सृष्टि रहेगी। एक पेड़ मां के नाम, एक पेड़ आस्था के नाम लगाने के क्रम में हम भी सहभागी बन सकें।

इस अवसर पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, परमार्थ आश्रम के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि, जगद्गुरु स्वामी मुकुंदानंद, वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना एवं राज्य मंत्री केपी मलिक समेत विधायक व अधिकारी उपस्थित रहे।

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