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उत्तर प्रदेश

उर्दू के मशहूर शायर फहमी बदायूंनी का 72 साल की उम्र में निधन

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नई दिल्ली। उर्दू के मशहूर शायर फहमी बदायूंनी का रविवार को इंतकाल हो गया। वह 72 साल के थे। फहमी बदायूंनी उर्दू साहित्य के विद्यार्थियों के साथ-साथ सोशल मीडिया के लोगों के बीच भी काफी मशहूर थे। फहमी बदायूंनी की शायरी नई नस्ल के शायरों के लिए जमीन तैयार करने वाली शायरी थी। उनके निधन के बाद उनके चाहने वाले तमाम लोगों ने शोक व्यक्त किया है।

उनकी शायरी की खासियत यह थी कि आम बोलचाल की भाषा में गहरी बातें कहने का उनका अंदाज हर किसी को आकर्षित करता था. उनके निधन पर कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने एक्स पर दुख जताते हुए लिखा, अलविदा फहमी बदायूंनी साहब, आपका जाना उर्दू अदब का बड़ा नुकसान है.

फहमी बदायूंनी की शायरी युवा और बुजुर्ग दोनों पीढ़ियों को बहुत पसंद है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी उनकी शायरी वायरल हो रहती है। उनके कई शेर आज भी लोगों के बीच चर्चा में बने हुए है जो लोग सुनना पसंद करते हैं। उनकी सादगी से भरी शायरी ने नई पीढ़ी को भी साहित्य से जोड़ा है और समाज में अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी लेखनी ने उर्दू साहित्य को नया मोड़ दिया है। फहमी साहब अपने पीछे दो बेटे जावेद और नावेद और अपनी पत्नी को छोड़ गए हैं।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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