Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

लाइट हाउस प्रोजेक्ट का अध्ययन करेगी पांच सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम

Published

on

Loading

लखनऊ। टिकाऊ, मजबूत, सुविधाजनक और अपेक्षाकृत कम खर्च वाली आधुनिक आवास निर्माण प्रणाली “एलएचपी” की उपयोगिता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका अध्ययन कराने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते एक जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ सहित देश के छह शहरों में लाइट हाउस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इसके तहत विभिन्न देशों की आधुनिकतम आवास निर्माण प्रणाली को लागू करते हुए बेहद कम खर्च में, काफी तेजी से टिकाऊ और मजबूत मकान बनाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार हर गरीब के अपना घर का सपना साकार करने के लिए संकल्पित है और बीते पौने पांच साल में प्रदेश के 43 लाख परिवारों को आवास मिल चुका है।

ऐसे में “लाइट हाउस” जैसी नवीनतम तकनीक का अध्ययन कराया जाना चाहिए, ताकि आवास निर्माण परियोजनाओं को और तेज किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि एक पांच सदस्यीय विशेषज्ञ टीम गठित किया जाए। इसमें एचबीटीयू कानपुर, एकेटीयू लखनऊ और एमएमएमयूटी गोरखपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षकों के साथ-साथ दो अन्य विशेषज्ञ भी शामिल किए जाएं। यह समिति लाइट हाउस प्रोजेक्ट की बारीकियों को समझेगी और प्रदेश के संदर्भ में उपयोग के लिए अपनी रिपोर्ट देगी।

एक साथ छह शहरों में प्रधानमंत्री ने शुरू किया था अनूठा प्रोजेक्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 01 जनवरी को देश के छह शहरों में आधुनिक तकनीक पराधारित लाइट हाउस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। इस नवीनतम तकनीक के तहत इंदौर में जो घर बन रहे हैं, उनमें ईंट और गारे की दीवारें नहीं होंगी, बल्कि प्री-फैब्रिकेटेड सैंडविच पैनल सिस्टम का इस्तेमाल हो रहा है, जबकि राजकोट में टनल के ज़रिए मोनोलेथिक कॉन्क्रीट कंस्ट्रक्शन टेक्नॉलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। फ्रांस की इस टेक्नॉलॉजी से गति भी है घर आपदाओं को झेलने में ज्यादा सक्षम भी बनेगा। इसी तरह चेन्नई में अमेरिका और फिनलैंड की प्री-कास्ट कॉन्क्रीट सिस्टम से बन रहे मकान जल्द तैयार होंगे और यह सस्ते भी होंगे। रांची में जर्मनी के 3डी निर्माण प्रणाली से घर बन रहे हैं। इसमें हर कमरा अलग से बनेगा और फिर पूरे स्ट्रक्चर को वैसे ही जोड़ा जाएगा जैसे खिलौनों को जोड़ते हैं। अगरतला में न्यूजीलैंड की स्टील फ्रेम से जुड़ी टेक्नॉलॉजी से घर बनाए जा रहे हैं। जहां भूकंप का खतरा ज्यादा होता है, वहां ऐसे घर बेहतर होते हैं। इसी तरह, लखनऊ में कनाडा की टेक्नॉलॉजी से ऐसे मकान बन रहे हैं, जिसमें प्लस्तर और पेंट की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और इसमें पहले से तैयार पूरी दीवारों का उपयोग किया जाएगा। इससे घर और तेज़ी से बनेंगे।

Continue Reading

प्रादेशिक

महाराष्ट्र के नागपुर में एक फैक्ट्री में जोरदार धमाका, दो लोगों की मौत

Published

on

Loading

नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर जिले में रविवार को एक जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके से आस-पास का इलाका दहल गया। बताया जा रहा है कि विस्फोटक निर्माण यूनिट में ये विस्फोट हुआ था। वहीं फैक्ट्री में हुए इस धमाके की वजह से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने घटना के बारे में जानकारी दी।

घटना की जांच जारी

अधिकारी ने बताया कि विस्फोट जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर, काटोल तहसील के कोतवलबडी में एसबीएल एनर्जी लिमिटेड में दोपहर 1:30 बजे हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘दो लोगों की मौत हुई है और कुछ अन्य घायल हुए हैं। घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।’’ अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के कारण आसपास की झाड़ियों में मामूली आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है।

नागपुर ग्रामीण के SP हर्ष पोद्दार ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “एशियन फायरवर्क्स फैक्ट्री है, यहां पर पटाखे बनाए जाते हैं। यहां करीब डेढ़ बजे एक ब्लास्ट हुआ, जिसमें विस्फोट के बाद 2 लोगों की मौत हो गई और तीन मामूली रूप से घायल हो गए। विस्फोट के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, इसके लिए फोरेंसिक जांच की जाएगी। आग बुझा दी गई है।

Continue Reading

Trending