Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

पीएम पद पर लोगों की पहली पसंद नरेंद्र मोदी, 53 फीसदी लोगों ने किया समर्थन

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री पद पर आज भी अधिकतर लोग नरेंद्र मोदी को ही देखना चाहते हैं। PM के चेहरे के लिए हुए एक सर्वे में एक बार फिर से 53 फीसदी लोग मोदी को ही देश का पीएम बनते देखना चाहते हैं।

इंडिया टुडे और सी-वोटर की ओर से किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी को अपनी पसंद बताया तो कांग्रेस के राहुल गांधी को 9 फीसदी लोग ही पीएम देखना चाहते हैं। तीसरे नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्हें 7 पर्सेंट लोगों ने अपनी पसंद बताया है।

सर्वे के नतीजों से साफ है कि नरेंद्र मोदी का जादू अब भी देश पर कायम है और वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत के आंकड़ों तक ले जाने में सक्षम हैं।

सर्वे में शामिल 25 फीसदी लोगों ने माना है कि केंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धि है कि उसने कोरोना का अच्छे से मैनेजमेंट किया। इसके अलावा 14 फीसदी लोगों ने आर्टिकल 370 के खात्मे को एनडीए सरकार की उपलब्धि माना है। 8 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर को भी मोदी सरकार की उपलब्धि माना है।

आज हो लोकसभा चुनाव, तो एनडीए जीत की स्थिति में

इसी सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि आज चुनाव होने की स्थिति में भी मोदी सरकार ही बनेगी। देश भर में 41.4 फीसदी वोट एनडीए को मिल सकते हैं। इसके अलावा 28.1 फीसदी वोट यूपीए के खाते में जा सकते हैं।

वहीं अन्य के खाते में यूपीए से थोड़ा अधिक 30.6 फीसदी वोट जा सकते हैं। सीटों के आंकड़े की बात करें तो 1 अगस्त, 2022 को किए गए सर्वे के मुताबिक एनडीए को 307 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा यूपीए को 125 और अन्य को 111 मत मिल सकते हैं।

नीतीश के पालाबदल से लगेगा बिहार में भाजपा को झटका

हालांकि बिहार में हुए बड़े बदलाव के बाद भाजपा और एनडीए का ग्राफ थोड़ा गिरा है। मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक एनडीए को मौजूदा स्थिति में 286 सीटें मिल सकती हैं। बिहार में नीतीश के पालाबदल से उसे 21 सीटों का नुकसान हो सकता है।

इसके अलावा यूपीए के खाते में 146 सीटें जा सकती हैं। अलावा अन्य दलों के खाते में 111 सीटें जा सकती हैं। साफ है कि गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस दलों के खाते में भी इस बार के लोकसभा चुनाव में अच्छी खासी सीटें जा सकती हैं।

Continue Reading

नेशनल

राजधानी दिल्ली में जल्द ही स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के नाम पर नया कॉलेज स्थापित होने की संभावना

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में जल्द ही स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर नया कॉलेज स्थापित होने की संभावना है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी 3 जनवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस कॉलेज की आधारशिला रख सकते हैं। आपको बता दें कि पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली में दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के दो नए परिसरों का निर्माण होने वाला है। इसके साथ ही एक कॉलेज की आधारशिला रखे जाने की भी संभावनाहै जिसका नाम वीर सावरकर के ऊपर रखा जा सकता है।

140 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत

दिल्ली विश्वविद्यालय के सूत्रों की ओर से वीर सावरकर के नाम पर नए कॉलेज के बारे में जानकारी दी गई है। बता दें कि इससे पहले साल 2021 में दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की ओर से नजफगढ़ में 140 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से सावरकर कॉलेज बनाने का अनुमोदन किया गया था। डीयू के सूत्रों ने बताया है कि कॉलेज की आधारशिला रखने के लिए पीएम मोदी को निमंत्रण दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से इस बारे में पुष्टि मिलने का इंतजार किया जा रहा है।

कहां बनेंगे पूर्वी और पश्चिमी परिसर?

दिल्ली विश्वविद्यालय के सूत्रों ने बताया है कि यूनिवर्सिटी के पूर्वी परिसर की स्थापना सूरजमल विहार में प्रस्तावित है और इसमें 373 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। वहीं, विश्विद्यालय के पश्चिमी परिसर की स्थापना द्वारका में होगी।

इन नामों के भी प्रस्ताव

दिल्ली यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद ने साल 2021 में भाजपा की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज के नाम पर कॉलेज के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी थी। इसके अलावा डीयू को कुलपति को दो प्रस्तावित कॉलेजों के लिए नामों के चयन का अधिकार दिया गया था। इन नामों की लिस्ट में स्वामी विवेकानंद, वल्लभभाई पटेल, अटल बिहारी वाजपेयी और सावित्रीबाई फुले जैसे नाम शामिल थे।

Continue Reading

Trending