Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मनुष्यता की स्वाभाविक अभिव्यक्ति व समरसता का साधन है सेवा: मोहन भागवत

Published

on

Mohan Bhagwat

Loading

जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सेवा भाव में आम तौर पर मिशनरियों का नाम लेते हैं, लेकिन दक्षिण के चार प्रांतों में संतों द्वारा सेवा कार्य किया जाता है और वह मिशनरियों की सेवा से अधिक है। हालांकि, मेरा सेवा में प्रतिस्पर्धा का भाव नहीं है। सेवा मनुष्यता की स्वाभाविक अभिव्यक्ति है।

जयपुर राष्ट्रीय सेवा संगम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मेरे पास जो है उसमें से जो देकर जो बचता है वह मेरा। सेवा इस सत्य की प्रत्यक्ष अनुभूति। इस भाव से सेवा हो तो समरसता का साधन होता है। हमारे देश में सभी लोग समाज के अंग, एक नहीं तो अधूरे। साथ है तो पूरे। दुर्भाग्य से परिस्थिति आई, लेकिन यह विषमता नहीं चाहिए। काम करते हुए हम सब में एक ही प्राण, यह पता चलना चाहिए।”

जैसे पैर में सुई चुभी तो…

भागवत ने कहा कि जैसे पैर में सुई चुभी तो सारा शरीर का ध्यान एक भाग में होता है… उसी तरह समाज का भी हो। समाज का एक एक वर्ग दुबला, पीछे रह गया। दुर्बल है तो, विश्व गुरु बनाना है तो प्रत्येक को सामर्थ होना होगा। यह इसलिए कि वह समाज अपना है। संपूर्ण समाज में खुद को देखना होगा। मेरे समाज का राष्ट्र का कोई वर्ग दुर्बल, पिछड़ा नीचा नहीं रह सकता है।

पिछड़ों को ताकत देंगे

भागवत ने कहा कि तालियां बजाने से नहीं, संत की बात सत्य, उसके सेवा स्वस्थ्य समाज को बनाती है, लेकिन पहले खुद को स्वस्थ करना होगा। सेवा में अहंकार चूर-चूर हो। सहज सेवा हो, जिसमें देश को संकल्प, यह शोभा की बात नहीं, समाज का एक अंग पिछड़ा, उससे हम पिछड़ गए हैं, उनकी ऐसी ताकत देनी है। उनको ताकत देंगे, साधन संपन्न बनाएंगे। हमारी यह सेवा, हम सबकी यह सेवा ऐसी हो जिसमें कल वह देने वाला बने, आज भले ही मजबूरी में ले रहे। हमारे देश में अलग, क्योंकि अंदर करुणा है।

नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

Continue Reading

Trending