Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

राजनीति मेरे लिए फैशन नहीं तपस्या है, सच बोलना नहीं छोडूंगा: राहुल गांधी

Published

on

Rahul Gandhi Modi surname case

Loading

नई दिल्ली। मोदी सरनेम मानहानि मामले में सूरत कोर्ट से सजा पाने और लोकसभा की सदस्यता गंवाने के बाद आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया से रूबरू हुए। राहुल ने कहा कि मैंने आप सबसे काफी बार बोला है कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। वायनाड से मेरा प्यार का रिश्ता है। तो मैंने सोचा कि वायनाड के लोगों के लिए चिट्ठी लिखूं कि उनके दिल में मेरे लिए क्या है।

राजनीति मेरे लिए फैशन नहीं तपस्या है

राजनीति मेरे लिए कोई फैशन की बात नहीं है। मेरे लिए सच बोलना कोई नई बात नहीं है। ये मेरे जीवन की तपस्या है। चाहे मुझे अयोग्य ठहराएं। मुझे मारे-पीटें, जेल में डालें। लेकिन मुझे अपनी तपस्या करनी है। इस देश ने मुझे प्यार दिया है। इसलिए मुझे उसके लिए यह सब करना है।

ओबीसी समुदाय के अपमान के आरोप पर क्या बोले राहुल?

मैं भारत जोड़ो यात्रा तक में कहता रहा हूं कि सभी समुदाय को एक साथ चलना चाहिए। भाजपा ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है। कभी ओबीसी की बात, कभी विदेश की बात। भाजपा का यही काम है। लेकिन मैं तीन अरब डॉलर की बात उठाना बंद नहीं करुंगा।

सवाल पूछना मैं बंद नहीं करुंगा। अदाणी जी का मोदीजी के साथ क्या रिश्ता है। मैं पूछता रहूंगा कि 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। मैं पूछता जाउंगा, मुझे कोई डर नहीं लगता इन लोगों से। अगर यह लोग सोचते हैं कि मुझे अयोग्य करवाकर, धमकाकर, जेल में डालकर मुझे बंद कर सकते हैं तो मेरी वो हिस्ट्री नहीं है। मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा। मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं।

मेरे बारे में संसद में मंत्रियों ने झूठ बोला

फिर मेरे बारे में मंत्रियों ने संसद में झूठ बोला। कहा कि मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी। मैंने ऐसी कोई बात नहीं की है। मैंने स्पीकर से कहा कि संसद का नियम है कि अगर किसी सदस्य पर कोई आरोप लगाता है, तो उस सदस्य को जवाब देने का हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी, लेकिन उसका जवाब नहीं आया। दूसरी चिट्ठी लिखी उसका भी जवाब नहीं आया। मैं स्पीकर के चैंबर में गया।

मैंने कहा कि यह कानून है, नियम है। इन लोगों ने झूठा आरोप लगाया है। आप मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे? स्पीकर साहब मुस्कुराए और उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं कर सकता। फिर उसके बाद आप सबने देखा कि क्या हुआ

अदाणी जी और मोदी जी का रिश्ता नया नहीं पुराना है

जो मीडिया रिपोर्ट से मैंने निकाला। अदाणी जी और नरेंद्र मोदी जी के रिश्ते के बारे में डिटेल से बोला। रिश्ता नया नहीं है, रिश्ता पुराना है। जब मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे, रिश्ता तब से है। हवाई जहाज की फोटो मैंने दिखाई थी, जिसमें मोदीजी अपने दोस्त के साथ आराम से बैठे थे।

ये सवाल मैंने पूछा। फिर मेरे बयान को संसद से हटाया गया। मैंने स्पीकर को डिटेल चिट्ठी लिखी पॉइंट बाय पॉइंट। मैंने कहा कि एयरपोर्ट्स अदाणी जी को रूल्स बदलकर दिए गए हैं। ये लीजिए रूल की कॉपी जिसे बदला गया। चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।

लोकतंत्र पर हो रहा आक्रमण

मैंने आप सबसे काफी बार बोला है कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है और इसके हमको हर रोज नए नए उदाहरण मिल रहे हैं। सवाल मैंने एक ही पूछा था। फाउंडेशन पर जाता हूं। अदाणी जी की शेल कंपनीज हैं। उसमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने इन्वेस्ट किया।

यह अदाणी जी का पैसा नहीं है। अदाणी जी का इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस है, यह पैसा उनका नहीं है। मैंने पूछा कि यह 20 हजार करोड़ रुपये जो निवेश हुए हैं अदाणी जी की कंपनी में, वे किसके हैं। मैंने संसद में सबूत के साथ इस पर सवाल पूछा।वायनाड से मेरा प्यार का रिश्ता है। तो मैंने सोचा कि वायनाड के लोगों के लिए चिट्ठी लिखूं कि उनके दिल में मेरे लिए क्या है।

Continue Reading

नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

Continue Reading

Trending