Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

2019 में होगा PUBG टूर्नामेंट, विजेता को मिलेंगे 1 करोड़ रुपए….

Published

on

Loading

आजकल हर युवा के फ़ोन में ‘ PUBG मोबाइल’ गेम जरूर होता है। पबजी गेम के लांच के बाद से शानदार कामयाबी हासिल की है। बता दे, अब तक इसके 20 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं। इसकी निर्माता टेन्सेंट गेम्स है।

IMAGE COPYRIGHT: GOOGLE

PUBG गेम के निर्माता और PUBG कापोर्रेशन ने ओपो PUBG मोबाइल इंडिया सीरीज 2019 की घोषणा की हैं। भारत में पहली बार ओपन-टू-ऑल टूर्नामेंट आयोजित होगा। इस सीरीज के विजेता को 1 करोड़ रुपए की ईनामी राशि दी जाएगी। इस टूर्नामेंट में 1 करोड़ रुपए के अलावा ओपो फोन भी जीते जा सकते हैं।

IMAGE COPYRIGHT: GOOGLE

आपको बता दें, कंपनी ने पिछले साल अक्टूबर में PUBG मोबाइल कैंपस चैंपियनशिप का आयोजन किया था। एक बार फिर इस टूर्नामेंट के लिए तीन सप्ताह के अंदर 30 शहरों के 2,50,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन मिले हैं।

ऑफ़बीट

बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

Published

on

Loading

चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

Continue Reading

Trending