प्रादेशिक
तीसरी लहर से लड़ने के लिए योगी सरकार ने तेज की तैयारी, 30 जिलों को मिलेगा बीएसएल-2 लैब
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर पर सुनियोजित नीति से लगाम लगाने वाली योगी सरकार अब तीसरी लहर को लेकर बेहद सजग है। प्रदेश सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस की जांच के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा का विस्तार किया है। नई दिल्ली आईजीआईबी में साढ़े 05 सौ सैंपल की जांच कराई गई जिसमें किसी एक सैंपल में भी कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। कोविड वैरिएंट की पड़ताल में जीनोम सक्वेंसिंग काफी उपयोगी साबित होगी।
इसके माध्यम से वायरस कैसा है और किस तरह दिखता है इसकी पूरी जानकारी मिलेगी। सरकार ने प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के दायरे को बढ़ाते हुए बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी, राम मनोहर लोहिया संस्थान में जीनोम परीक्षण की व्यवस्था की है। लेकिन अब जल्द ही नेशनल बोटैनिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट (एनबीआरआई) में भी जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू होगी जिससे अब प्रदेश में संक्रमण के नए वेरिएंट का परीक्षण आसानी से किया जा सकेगा।
बता दें कि राजधानी लखनऊ के एनबीआरआई में कोरोना की पहली लहर के बाद ही नए वेरिएंट की जांच शुरू की थी। जिसमें 45 सैंपल जांचे गये थे। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अगले दो हफ्तों में यहां फिर से डेल्टा प्लस वेरिएंट की जांच शुरू की जाएगी। जबकि बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई व आईजीआईबी में वायरस के जीनोम परीक्षण प्रक्रिया तेज कर दी गई है। अब जल्द ही एनबीआरआई में जीनोम की जांच शुरू होने से जांच प्रक्रिया प्रदेश में रफ्तार पकड़ेगी।
प्रदेश में कोरोना के नए मामले 174, एक्टिव केस 2,946
प्रदेश में बीते चार महीनों में कोरोना संक्रमण के मामले 200 से कम दर्ज किए गए हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों में महज कोरोना के 174 केस नए मामले दर्ज किए गए। सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 75 लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। प्रदेश सरकार की चौकासी का नतीजा है कि आज प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या तीन हजार से कम हो गई है। प्रदेश में एक्टिव केस अब महज 2946 हैं। पिछले 24 घंटों में 02 लाख 37 हजार 783 कोरोना की जांचें की गई। प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 0.1 प्रतिशत से भी कम स्तर पर आ चुकी है वहीं, प्रदेश का रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत पहुंच गया है।
प्रदेश में शुरू हुए 121 ऑक्सीजन प्लांट
उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादकता के मामले में आत्मनिर्भर हो रहा है। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में सवा पांच सौ से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। प्रदेश में 528 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने हैं जिसमें से अब 121 प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। बता दें कि हापुड़, सिद्धार्थनगर और कुशीनगर के ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील किए जा चुके हैं। पहली बार सरकार के साथ निजी संस्थाओं ने आगे बढ़कर यूपी में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के प्रयास तेज किये हैं। पूर्व में जहां प्रदेश में केवल 25 ऑक्सीजन प्लांट ही स्थापित थे वहीं आज योगी सरकार ने 528 ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने की प्रक्रिया को जमीनी स्तर पर तेज कर दिया है।
प्रदेश के 30 जनपदों को मिलेगी बीएसएल टू लैब
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए योगी सरकार ने छोटे जिलों में भी जांच के लिये नई प्रयोगशालाओं की सौगात देते हुए एक ओर प्रदेश में 11 बीएसएल टू लैब की को शुरू करने के निर्देश दिए हैं वहीं प्रदेश के अन्य 30 जनपदों में महज तीन से चार माह में नई बीएसएल टू लैब की शुरूआत हो जाएंगी। जिसमें अमरोहा, बागपत, बलरामपुर, बाराबंकी, चंदौली, एटा, उन्नाव, फतेहपुर, श्रावस्ती, सुल्तानपुर समेत 20 अन्य जनपदों में तीन माह के भीतर ही बीएसएल टू लैब शुरू हो जाएंगी।
उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर में डबल लेन रामगंगा पुल के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी योगी सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को कनेक्टिविटी के लिहाज से उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार शाहजहांपुर डबल लेन युक्त रामगंगा पुल के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू करने जा रही है। कोलाघाट तहसील में रामगंगा व बैगुल नदी पर इस नए पुल का निर्माण किया जाएगा और इस कार्य को 137.02 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नए पुल का निर्माण पुराने पुल के समीप ही किया जाएगा जिससे स्टेट हाइवे 163 पर यातायात सुगम होगा तथा जलालाबाद-शमशाबाद-मोहम्मदाबाद-सौरिख-बिधूना मार्ग पर कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इस कार्य को उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड द्वारा पूरा किया जाएगा जिसकी तैयारी शुरू हो गई है।
200 मीटर के 2 कनेक्टिंग रोड्स से जुड़ा होगा रामगंगा पुल
रामगंगा पुल के निर्माण के लिए सीएम योगी के मार्गदर्शन में एक कार्ययोजना तैयार की गई है जिस पर उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड द्वारा कार्य शुरू हो गया है। योजना के अनुसार, यह पुल 1802.14 मीटर लंबा और डबल लेन बेस्ड होगा जिसे पहुंच मार्गों के जरिए कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। प्रक्रिया के अंतर्गत कुल 2,202.14 मीटर क्षेत्र में निर्माण व विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा जिसमें 200 मीटर के दो कनेक्टिंग रोड समेत सुरक्षात्मक कार्यों को पूरा किया जाना निर्धारित है।
24 महीने में निर्माण कार्यों को पूरा करने पर फोकस
डबल लेन पुल व कनेक्टिंग रोड्स के निर्माण व विकास कार्यों को पूरा करने के लिए डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर), आर्किटेक्चरल डिजाइन समेत प्रारंभिक चरण की रिपोर्ट निर्धारण प्रक्रिया विभाग में शुरू हो गई है और माना जा रहा है कि जल्द ही कार्यों को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इन सभी निर्माण व विकास कार्य को पूरा करने के लिए 24 महीने की अवधि निर्धारित की गई है। इसी के साथ, देवरिया के भाटपार रानी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत केरवनिया घाट के समीप खनुआ नदी पर डबल लेन पुल के निर्माण व विकास की प्रक्रिया में तेजी लाने पर फोकस किया जा रहा है। यहां भी कनेक्टिंग रोड्स के निर्माण व सुरक्षा कार्यों की पूर्ति का कार्य पूरा किया जाएगा।
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