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नेशनल

अमित शाह इलाहाबाद पहुंचे: संतों का आशीर्वाद लेने या 2019 में हिन्दुओं का वोट लेने?

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लखनऊ। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए क्या शब्द प्रयोग करें ये हमेशा दुविधा का विषय बना रहा है। कोई उन्हें बीजेपी का थिंक टैंक कहता है तो कोई भाजपा का चाणक्य। अमित शाह के लिए ऐसी महत्वपूर्ण शब्दावली का इस्तोमाल इसलिए होता है क्योंकि जब एक तरफ पार्टी के सभी लोग राहुल गांधी के नरेंद्र मोदी से गले लगने की आलोचना कर रहे है तब अमित शाह गुरू पूर्णिमा के मौके पर इलाहाबाद में संत गुरूओं का आशीर्वाद ले रहे थे।

वो इलाहाबाद गए, संतों का आशीर्वाद लिया, कुंभ की तैयारियों को लेकर साधु-संतों से बातचीत की, शाह बाघम्बरी मठ भी गए। इसके अलावा शाह ने संतों के साथ भोजन किया, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, गंगा की अविरलता और निर्मलता जैसे मुद्दों पर समय-समय पर संतो की नाराजगी को भी दूर करने का प्रयास किया और इशारों-इशारों में 2019 के चुनाव में हिंदुओं के वोट का पतवार बीजेपी के पक्ष में बहती हवा की ओर बांध आए।

अमित शाह ने अपनी रणनीति के मुताबिक ही साधु संतों के बुलावे पर इलाहाबाद आने के लिए गुरुपूर्णिमा का दिन चुना। इलाहाबाद पहुंचे शाह ने अपने मिशन को पूरा करने के लिए संतों का आशीर्वाद लिया। उसके बाद वो यमुना नदी के तट पर पहुंचे। जहां उन्होंने मां यमुना की आरती कर दर्शन पूजन किया और नवनिर्मित पक्के घाट का लोकार्पण किया। इसके बाद अमित शाह ने जूना अखाड़े के योग एवं ध्यान केन्द्र का शिलान्यास किया। अमित शाह ने मौज गिरी आश्रम में भृगु ऋषि द्वारा स्थापित शिवलिंग की भी पूजा अर्चना की। जिसके बाद संगम स्थित लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान अखाड़े के तमाम साधु संत और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के साथ ही योगी कैबिनेट के कई मंत्री भी मौजूद रहे।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद प्रेम गिरी के मुताबिक, अमित शाह ने अपने जिस मिशन को लेकर प्रयाग राज में पूजा अर्चना की है और संतों का आशीर्वाद मांगा है, उनकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। बैठक के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि अमित शाह ने अखाड़ा परिषद के संतों से कुंभ की कामयाबी को लेकर चर्चा की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों ने बीजेपी अध्यक्ष को मनचाहा आशीर्वाद दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन संतों ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। नरेंद्र गिरी ने कहा कि बैठक में राम मंदिर के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। कोर्ट के फ़ैसले और आपसी सहमति से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।

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बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई लाखों जनता, मची भगदड़

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भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। इसके कारण कई लोगों को चोटें आई हैं। कथा के संरक्षक बनवारी शरण महाराज ‘काठिया बाबा’ ने आयोजन समिति और पुलिस-प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया। आयोजन स्थल पर पहुंचे कई लोगों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई महिलाओं को वीआईपी पास के बावजूद एंट्री नहीं दी गई। वहीं, वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण कई बार भगदड़ की स्थिति भी बनी रही।

व्यवस्था पर उठे सवाल

एक महिला चंद्रकला सुमानी ने बताया कि उनके पास वीआईपी पास थे। अगर सीटें नहीं थीं तो वीआईपी पास क्यों जारी किया गया है। यहां पर व्यवस्था काफी खराब है। पुलिस ने बिना सूचना के वीआईपी गेट को बदल दिया। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग नीचे गिरे लोगों के ऊपर से चढ़कर गुजर गए। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। हालांकि, अव्यवस्था और तमाम आरोपों पर आयोजकों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

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