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मशहूर हीरा कारोबारी और राज्यसभा सांसद गोविंद ढोलकिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को भेंट किया “नवभारत रत्न”

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नई दिल्ली। मशहूर हीरा कारोबारी और राज्यसभा सांसद गोविंद ढोलकिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक खास भेंट दी है। दरअसल गोविंद ढोलकिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को भारत के नक्शे के आकार में तराशे गए प्राकृतिक हीरे को उन्हें भेंट किया है। बता दें कि इस हीरे को ‘नवभारत रत्न’ नाम दिया गया है। भारत के नक्शे के आकार में तराशा गया एक प्राकृतिक हीरा, जिसे “नवभारत रत्न” नाम दिया गया है। यह 2.120 कैरेट का उत्कृष्ट हीरा भारत की एकता, सुंदरता और अनंत चमक का प्रतीक है, जिसे सूरत के कुशल शिल्पकारों ने बड़ी बारीकी और मेहनत से तैयार किया है।

लगभग 3700 मिनट की मेहनत, योजना और बारीक प्रक्रिया के बाद यह हीरा तैयार हुआ है। यह न केवल देश की समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि भारत के उज्ज्वल भविष्य को समर्पित एक श्रद्धांजलि भी है।

“नवभारत रत्न” हीरे की उत्कृष्टता कारीगरी और समर्पण का जीता-जागता प्रमाण है, जो रत्न कलाकार राजेशभाई कछाड़िया और विशालभाई इटालिया जैसे विशेषज्ञों की मेहनत से साकार हुआ। राजेशभाई, जिन्होंने SRK में 14 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है, ने भारत का नक्शा तैयार करने में 40 घंटे का समय दिया, और अपने कार्य को एक सैनिक के बलिदान के समान माना। उनका उत्साह गुजरात से उनकी गहरी भावनात्मक जुड़ाव से प्रेरित था। वहीं, विशालभाई, जो एसआरके में 6 वर्षों से कार्यरत हैं, ने इस हीरे की गिर्डल को 22 घंटों तक बारीकी से पॉलिश किया। दोनों ने मिलकर “नवभारत रत्न” को जुनून, कौशल और एक उज्जवल भविष्य की दृष्टि से परिपूर्ण किया।”नवभारत रत्न” केवल एक हीरा नहीं है; यह भारत के उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक है, जिसे हमारे कुशल शिल्पकारों ने प्रेम और दूरदृष्टि के साथ गढ़ा है।

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कौन है नारायण सिंह चौरा ? जिसने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या करने का प्रयास किया

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अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को बुधवार को पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ की ड्यूटी करते समय एक शख्स ने गोली मार दी। गोली दीवार पर लगने से व्हीलचेयर पर बैठे सुखबीर सिंह बादल बाल बाल बच गये। आखिर किस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाई और उसका मकसद क्या था। तो बता दें कि फायरिंग करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौरा है जिसने गोली चलाई जिससे हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।

कौन हैं नारायण सिंह चौरा?

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नारायण सिंह चौरा एक खालिस्तानी पूर्व आतंकवादी है, जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं और वह भूमिगत रहा है। चौरा, कुछ वर्षों तक पंथिक नेता के रूप में सक्रिय था, वह डेरा बाबा नानक क्षेत्र से हैं। मंगलवार को वह सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर सुखबीर बादल के पास घूमता भी दिखाई दिया था। वह बुड़ैल जेलब्रेक का मास्टरमाइंड था। चौरा ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादियों जगतार सिंह हवारा और परमजीत सिंह भियोरा को उनके दो साथियों जगतार सिंह तारा और देवी सिंह के साथ बुड़ैल जेल से भागने में मदद की थी। उसने जेल की बिजली सप्लाई काफी देर के लिए बंद कर दी थी।

जानिए पाकिस्तान से चौरा का कनेक्शन

कथित तौर पर नारायण सिंह चौरा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने भारत में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान में, उन्होंने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी थी। चौरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में संदिग्ध था।

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