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उत्तर प्रदेश

बाराबंकी में पीएम मोदी ने की सीएम योगी की तारीफ, कहा- यूपी में वो बहुत अच्छी तरह से सफाई कर रहे हैं

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बाराबंकी। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सपा, कांग्रेस और INDI गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 4 जून बहुत दूर नहीं है। मोदी सरकार की हैट्रिक बनेगी। तीसरे टर्म में बड़े-बड़े फैसले लेने हैं। उन्होंने कहा कि मैं बाराबंकी में आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। जनता के एक-एक वोट का कर्ज चुकाऊंगा। पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष मुंगेरी लाल के सपने देख रहा है। इंडिया गठबंधन बिखरना शुरू हो गया है।

पीएम ने कहा कि यहां जो बबुआ जी हैं यानी समाजवादी शहजादे उन्होंने एक नई बुआ की शरण ली है जो बंगाल में हैं। बंगाल वाली बुआजी ने इंडी वालों को कह दिया है कि मैं आपको बाहर से सपोर्ट करूंगी। इंडी गठबंधन की एक और पार्टी ने दूसरी को कह दिया है कि खबरदार जो हमारे खिलाफ पंजाब में बोला। पीएम पद को लेकर सभी ने मुंगेरीलाल को भी पीछे छोड़ रहे हैं। इनके संपनों की इंतहा देखिए कि कांग्रेस के एक नेता ने कह दिया कि रायबरेली के लोग प्रधानमंत्री चुनेंगे। ये सुनते ही समाजवादी शहजादे का दिल ही टूट गया बस आंसू नहीं निकले लेकिन दिल के सारे अरमान बह गए।

पीएम मोदी ने कहा कि आप सब लोग इतने तेज तर्रार हैं की सारी बातें इशारों में ही समझ जाते हैं। अब आप ही बताइये इस उटपटांग खिचड़ी को आप लोग वोट देकर अपना वोट बर्बाद करोगा क्या? कोई भी अपना वोट बर्बाद करना चाहेगा क्या? अच्छा होगा कि बाराबंकी और मोहनलालगंज में भाजपा का सांसद हो। भाजपा सांसद आपके लिए दिल्ली और लखनऊ से ज्यादा से ज्यादा योजनाएं लेकर आएंगे। भाजपा सांसद विकास के लिए ज्यादा काम करेंगे। अगर इंडी का सांसद बनता है तो उसकी पार्टी का यही मापदंड होगा कि तुमने मोदी को एक दिन में कितनी गालियां दी। उसे यही काम होगा कि सुबह उठो मोदी को गाली दो, दोपहर में मोदी गाली दो और शाम को मोदी को गाली दो और सो जाओ। पीएम ने लोगों से कहा कि हमें गाली देने वाले नहीं काम करने वाले सांसद चाहिए। इसके लिए लोगों के पास एक ही विकल्प है सिर्फ कमल। पीएम ने कहा कि इसलिए बाराबंकी से राजरानी जी और मोहनलालगंज से कौशल किशोर को हर हाल में विजयी बनाना है।

उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप 100 सीसी के इंजन से 1,000 सीसी की रफ्तार ले सकते हैं क्या? आपको विकास की तेज रफ्तार चाहिए तो वो सिर्फ दमदार सरकार ही दे सकती है। भाजपा सरकार ही दे सकती है। इसी दौरान पीएम मोदी ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में अच्छी तरह से सफाई हो रही है। सीएम योगी बहुत अच्छी तरह से सफाई कर रहे हैं। योगी का बुलडोजर सफाई में लगा हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रस ने कर्नाटक को प्रयोगशाला बना दिया है। कर्नाटक में मुसलमानों को ओबीसी बना दिया। ओबीसी का हक छीनकर मुसलमानों को दे दिया गया। वहीं, सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चारों तरफ एक ही नारा गूंज रहा है। एक बार फिर मोदी सरकार। इंडिया गठबंधन तुष्टिकरण की राजनीति करता है। बाराबंकी को चूकना नहीं है।

उत्तर प्रदेश

यूपी ने बाजी मारी, टीबी नोटिफिकेशन में देश में अव्वल

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लखनऊ: प्रदेश की झोली में एक और उपलब्धि आई है। ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) के मरीजों की पहचान व इलाज करने में उत्तर प्रदेश 2024 में भी अव्वल रहा है। प्रदेश को बीते साल साढ़े छह लाख मरीजों के चिन्हिकरण का लक्ष्य मिला था। उसके सापेक्ष 6.73 लाख मरीजों की पहचान की गई। ये रिकार्ड है। 2023 में भी प्रदेश ने साढ़े लाख मरीजों के लक्ष्य का आंकड़ा पार किया था। दूसरे स्थान पर महराष्ट्र व तीसरे स्थान पर बिहार का नाम दर्ज है। इसके बाद मध्यप्रदेश व राजस्थान ने नोटिफिकेशन किया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि देश-प्रदेश से टीबी उन्मूलन का एक ही तरीका है कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों का चिन्हिकरण व इलाज किया जाए। इसी के मद्देनजर केंद्रीय टीबी डिवीजन ने सभी प्रदेशों को 2024 की शुरुआत में टीबी नोटिफिकेशन का लक्ष्य तय किया था। उत्तर प्रदेश को 6.5 लाख मरीज खोजने का लक्ष्य दिया गया था।

विभागीय आंकड़ों के मुताबिक 31 दिसंबर तक प्रदेश में 6 लाख 73 हजार टीबी मरीजों की पहचान हुई। इन सभी का इलाज शुरू हो चुका है। टीबी नोटिफिकेशन के लक्ष्य को छू पाने में प्राइवेट डाक्टरों की भूमिका भी सराहनीय रही है। प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा मरीजों की पहचान यानी तकरीबन 40 प्रतिशत मरीज प्राइवेट डाक्टरों के माध्यम से पंजीकृत हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के बाद महराष्ट्र में सवा दो लाख मरीजों का पंजीकरण हुआ। तीसरे नंबर पर बिहार में दो लाख मरीज चिंहित किए जा सके। मध्य प्रदेश में 1.78 लाख व राजस्थान में 1.70 लाख मरीजों का चिन्हिकरण किया हुआ।

राज्य टीबी अधिकारी डॉ शैलेंद्र भटनागर ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रम जैसे हर माह की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस, एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान व दस्तक अभियान चलाए गए जिससे हम ज्यादा से ज्यादा टीबी के लक्षण वाले मरीजों को खोज पाए। इस वक्त 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान पूरे प्रदेश में चल रहा है जिसके माध्यम से उच्च जोखिम वाले व प्रिजेम्टिव टीबी वाले केसों को खोजने पर पूरे विभाग का ध्यान केंद्रित है।

टीबी का उन्मूलन प्राइवेट डाक्टरों की सहभागिता के बिना नहीं हो सकता। यह एक कड़वा सच है। उत्तर प्रदेश में मथुरा, आगरा, कानपुर, गोरखपुर व झांसी ने इस मामले में बेहतर प्रदर्शन किया है। लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली व गाजियाबाद में भी प्राइवेट डाक्टर सक्रियता दिखा रहे हैं लेकिन श्रावस्ती में बीते साल सिर्फ 44 प्राइवेट नोटिफिकेशन हुए हैं।

इसके अलावा महोबा में 255, सोनभद्र में 374, चित्रकूट में 376, हमीरपुर में 380, कन्नौज में 444, सुल्तानपुर में 444, अमेठी में 447, संतरवीदास नगर में 456, चंदौली में 488 और कानपुर देहात में सिर्फ 468 प्राइवेट नोटिफिकेशन हुए हैं। इन जनपदों में प्राइवेट डाक्टरों की प्रतिभागिता बढ़े जाने की जरूरत है।

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