Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

जयशंकर की कनाडा को दो टूक- खालिस्तानियों को जगह न दें वर्ना, संबंधों पर असर पड़ेगा

Published

on

khalistan freedom rally

Loading

नई दिल्ली। खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों को धमकी दी है। इसका एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें आठ जुलाई को खालिस्तानी रैली निकालने की भी बात कही जा रही है। खतरे को देखते हुए भारत ने चेतावनी दी है कि अगर कोई देश खालिस्तानियों को जगह देगा तो उसका असर सीधा हमारे रिश्तों पर पड़ेगा।

खालिस्तानियों को जगह न दें

पोस्टर में शामिल भारतीय राजनयिकों के नाम पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमने कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे अपने सहयोगी देशों से खालिस्तानियों को जगह न देने का अनुरोध किया है।

उन्होंने कहा कि अगर फिर भी इन खालिस्तानियों को किसी देश ने पनाह दी तो, इसका सीधा संबंधों पर असर पड़ेगा। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्टर के मामले को ओटावा और कनाडा की सरकार के सामने उठाएंगे।

यह है मामला

सोशल मीडिया पर एक पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है। पोस्टर में खालिस्तान समर्थक और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को ‘शहीद’ बताया गया है। वहीं दो भारतीय राजनयिकों को ‘हत्यारा’ करार दिया गया है। पोस्टर में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास अपूर्वा श्रीवास्तव को धमकी दी गई है।

साथ ही 8 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे एक रैली की बात कही जा रही है। इसे ‘खालिस्तान फ्रीडम रैली’ कहा जा रहा है। पोस्टर के मुताबिक, यह रैली ग्रेट पंजाब बिजनेस सेंटर से शुरू होकर भारतीय दूतावास तक जाएगी। पोस्टर में सबसे नीचे दो मोबाइल नंबर भी लिखे हुए हैं।

पिछले महीने आतंकी निज्जर को मार गिराया था

बता दें, खालिस्तान कमांडो फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर की पिछले महीने 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरी शहर में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह भारत के खिलाफ गतिविधियों और हिंसा में शामिल था। भारत सरकार ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था।

टेरी माइलवस्की ने शेयर किया पोस्टर

पोस्टर को वरिष्ठ पत्रकार टेरी माइलवस्की ने भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि यह बेहद खतरनाक है। खालिस्तानी भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, जिन्हें वह हरदीप निज्जर का ‘हत्यारा’ बता रहे हैं, जिसे 18 जून को गोली मार दी गई थी। इसमें भारत की किसी तरह की भूमिका का कोई सबूत नहीं है। घोर गैरजिम्मेदाराना।

राजनयिकों की सुरक्षा के इंतजाम

एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा कि भारतीय राजनयिकों और अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर ग्लोबल अफेयर्स कनाडा, देश के विदेश मंत्रालय, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) को काम सौंपा गया है। साथ ही ओटावा और टोरंटो पुलिस विभागों को अनौपचारिक रूप से सूचित किया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

तिब्बत के शिजांग शहर में 6.8 तीव्रता के भूकंप से 53 लोगों की मौत, 62 से अधिक लोग घायल

Published

on

Loading

तिब्बत । तिब्बत के शिजांग शहर के डिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता के भूकंप में 53 लोगों की मौत हुई है। 62 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर में था। मंगलवार सुबह से ही तिब्बत क्षेत्र के शिजांग में भूकंप झटके महसूस किए जा रहे हैं।

तिब्बत में मंगलवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये। इस भीषण भूकंप में 53 से अधिक लोगों की मौत हो गई। जबकि 62 लोग घायल हुए हैं। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) के अनुसार मंगलवार सुबह 9:05 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6.8 मापी गयी।

चीन की सरकारी मीडिया मुताबिक तिब्बत के शिजांग शहर के डिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता के भूकंप में 53 लोगों की मौत हुई है। 62 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर में था।

इससे पहले नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही तिब्बत क्षेत्र के शिजांग में भूकंप झटके महसूस किए जा रहे हैं। यहां सुबह 6:30 बजे 7.1 तीव्रता के साथ 10 किमी गहराई पर भूकंप आया। इसके बाद 7:02 बजे 4.7 तीव्रता, 07:07 बजे 4.9 तीव्रता और 7:13 बजे पांच तीव्रता का भूकंप आया। इसके चलते लोग घरों को छोड़कर खुले स्थानों की ओर चले गए।

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

जानें क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?

भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

Continue Reading

Trending