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सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

नेशनल

Delhi Election : दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, 8 को आएंगे नतीजे

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने आज तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में ही वोटिंग होगी। दिल्ली में पांच फरवरी को वोटिंग होगी तो वहीं आठ को नतीजे आएंगे। इस बार भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। इससे पहले सोमवार को चुनाव आयोग ने फाइनल वोटर लिस्ट जारी की थी। दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स होंगे। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 जबकि महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है. वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है।

इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि यह मेरी आखिरी पीसी है। उन्होंने वोटर्स खासतौर से युवा वोटर्स से अपील की कि इसी तरह से मतदान करते रहें। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने अधिकतम वोटिंग का नया कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने कहा कि चुनावी भूमिकाओं में मतदाताओं का आंकड़ा 90 करोड़ को पार कर गया है, जल्द ही हमारे पास 1 अरब मतदाता होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि महिला मतदाताओं की संख्या भी लगभग 48 करोड़ होने वाली है।

दिल्ली चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली दिल से वोट करेगी हमें ऐसी उम्मीद है। चुनाव के दौरान इतनी उपलब्धियां थीं, लेकिन इसके साथ कुछ कंसर्न भी आए। इस दौरान कहा गया कि गलत तरीके से मतगणना की गई। ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रुप या लोकेलिटी के नाम काट दिए गए। ईवीएम को लेकर कहा गया कि मैनिपुलेट हो सकता है। इसके साथ ही कहा गया कि कैसे पांच बजे के बाद वोटर टर्नआउट बढ़ गए, वोटर्स और काउंटिंग में मिसमैच हुआ, काउंटिंग स्लोडाउन कर दी गई, ये सभी मुद्दे उठाए गए।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई डिलिशन हो ही नहीं सकता है। भारत को ये जानना जरूरी है कि कोई प्रक्रिया ऐसी नहीं है जिसमें हर साल वैरिफिकेशन होता है। हर साल इसका सर्वे किया जाता है, जो अक्टूबर में शुरू होता है। हर पार्टी को दो-दो कॉपी दी जाती है। कोई भी ऑब्जेक्शन हो तो बताएं। हर गांव में पोलिंग स्टेशन पर ड्राफ्ट की कॉपी पब्लिश की जाती है। ऐसे में इसका डिलिशन हो ही नहीं सकता। ये हर साल होता है। जहां एक-एक वोट के लिए लड़ाई होती है, वहां आप किसी सीट से नाम काट देंगे तो क्या हालत होगी? मान लें अगर एक प्रतिशत कहीं इधर-उधर हो भी गया तो 5 जनवरी से 1 अक्टूबर तक का टाइम होता है, लेकिन इस दौरान कोई सूचना नहीं दी जाती कि इसका नाम कट गया या इसको जोड़ दें। अगर एक-दो नाम इधर-ऊधर होते हैं, तो उसको भी ठीक कर दिया जाता है।

ईवीएम की हैकिंग पर उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख से 7-8 दिन पहले ईवीएम कमीशन किया जाता है। इसके बाद एजेंट के सामने मॉकपोल किया जाता है। उसी दिन ईवीएम में बैट्री डाली जाती है, उसी दिन ईवीएम को सील किया जाता है। इसके बाद पोलिंग के दिन उनके सामने ही पोलिंग बूथ पर सील तोड़ी जाती है। पोलिंग एजेंट दिन भर भी वहीं पर होते हैं। शाम को फार्म 17सी में वोटिंग की संख्या उन्हें बता दी जाती है। इसके बाद ईवीएम वापस लाया जाता है, पोलिंग एजेंट के सामने ही उसे सील किया जाता है। काउंटिंग के दिन भी उनके सामने ही ईवीएम की सील खोली जाती है। इसके बाद फार्म 17सी के आधार पर वोटिंग की संख्या मिलाने को कहा जाता है। पोलिंग बूथ के सामने किसी भी पांच वीवीपैट के वोटों की गिनती की जाती है। ईवीएम हैक हो ही नहीं सकती। कोई वायरस या बग नहीं हो सकता।

उन्होंने बिना नाम लिए एलन मस्क पर निशाना साध। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आईटी के एक ग्लोबल एक्सपर्ट ने कहा कि ईवीएम हैक हो सकती है। अब वही कह रहे हैं कि हमें डेढ़ महीने लगे काउंटिंग करने में जबकि इंडिया में एक दिन में ही काउंटिंग हो जाती है।

 

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