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मन की बात में बोले पीएम मोदी- अगले 25 साल देश के लिए महत्वपूर्ण

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PM Modi in Mann Ki Baat

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के 101वें एपिसोड को संबोधित किया। पीएम मोदी ने 101वें एपिसोड को संबोधित करते हुए कहा कि मन की बात से कई लोग एक मंच पर आए। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी सबसे बड़ी ताकत है।

दुनिया भर में लोगों ने सुना मन की बात का 100वां एपिसोड

पीएम ने कहा-जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग समय में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला।

जनभागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत

उन्होंने आगे कहा कि ‘मन की बात’ का ये एपिसोड सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ है। पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है। आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है।

मन की बात में बोले पीएम मोदी

मन की बात को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दिनों हमने मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की। सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ। एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। ये प्रयास है युवा संगम का।

मन की बात के 101वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा- युवा संगम के पहले दौर में करीब 1200 युवाओं ने देश के 22 राज्यों का भ्रमण किया। हर कोई जो इसका हिस्सा रहा है, ऐसी यादें लेकर लौट रहा है, जो जीवन भर उनके दिलों में बसी रहेंगी।

हिरोशिमा के शांति स्मारक संग्रहालय को PM ने किया याद

पीएम ने कहा कि कुछ दिन पहले ही मैं जापान में हिरोशिमा में था। वहां मुझे Hiroshima Peace Memorial Museum में जाने का अवसर मिला। ये एक भावुक कर देने वाला अनुभव था। जब हम इतिहास की यादों को संजोकर रखते हैं तो वो आने वाली पीढ़ियों की बहुत मदद करता है।

उन्होंने कहा- कुछ दिन पहले ही भारत में International Museum Expo का भी आयोजन किया था। इसमें दुनिया के 1200 से अधिक Museums की विशेषताओं को दर्शाया गया। हमारे यहां भारत में अलग-अलग प्रकार के ऐसे कई Museums हैं, जो हमारे अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं।

गुरुग्राम के Museo Camera संग्रहालय का किया जिक्र

पीएम मोदी ने आगे कहा कि गुरुग्राम में एक अनोखा संग्रहालय है, Museo Camera, इसमें 1860 के बाद के 8 हजार से ज्यादा कैमरों का कलेक्शन मौजूद है। तमिलनाडु के Museum of Possibilities को हमारे दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय एक ऐसा म्यूजियम है, जिसमें 70 हजार से भी अधिक चीजें संरक्षित की गई हैं।

भारत में बनें नए-नए तरह के म्यूजियम और मेमोरियल

पीएम ने कहा- बीते वर्षों में भी हमने भारत में नए-नए तरह के म्यूजियम और मेमोरियल बनते देखे हैं। स्वाधीनता संग्राम में आदिवासी भाई-बहनों के योगदान को समर्पित 10 नए म्यूजियम बनाए जा रहे हैं। 2010 में स्थापित Indian Memory Project एक तरह का Online Museum है।

ये जो दुनियाभर से भेजी गई तस्वीरों और कहानियों के माध्यम से भारत के गौरवशाली इतिहास की कड़ियों को जोड़ने में जुटा है। विभाजन की विभिषिका से जुड़ी स्मृतियों को भी सामने लाने का प्रयास किया गया है।

देश में हो रहा 75 अमृत सरोवरों का निर्माण

मन की बात के 101वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि हम सबने एक कहावत कई बार सुनी होगी, बार-बार सुनी होगी ‘बिन पानी सब सून’। बिना पानी जीवन पर संकट तो रहता ही है, व्यक्ति और देश का विकास भी ठप्प पड़ जाता है। भविष्य की इसी चुनौती को देखते हुए आज देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है।

30 अप्रैल को प्रसारित हुआ था 100वां एपिसोड

बता दें कि 30 अप्रैल को मन की बात के 100वें एपिसोड का प्रसारण हुआ था। पीएम मोदी ने मन की बात के 100वें एपिसोड को संबोधित किया था। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा था कि बधाई के पात्र तो ‘मन की बात’ के श्रोता हैं, हमारे देशवासी हैं।

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पीएम मोदी ने दिल्ली में नमो भारत कॉरिडोर का किया उद्घाटन

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नई दिल्ली। पीएम मोदी ने आज दिल्ली में नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक इस ट्रेन में सफर भी किया। इसके बाद पीएम मोदी रोहिणी पहुंचे और यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल दिल्ली के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये 25 साल भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखेंगे।

अपनी आंखों के सामने हम विकसित भारत की ये यात्रा देख पाएंगे। विकसित भारत के इस सफर का एक बहुत बड़ा पड़ाव जल्द ही आने वाला है। जब भारत दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। इस गौरवशाली यात्रा में देश की राजधानी दिल्ली का कदम से कदम मिलाकर चलना बहुत जरूरी है। हमें अपनी दिल्ली को विकसित भारत की राजधानी के रूप में डेवलप करना है।

‘आपदा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’

ये हम सभी का सपना है, इसलिए मैं दिल्लीवासियों से एक अपील करने आया हूं। आपके बच्चों के भविष्य के लिए भाजपा को अवसर देने के लिए अपील करने आया हूं। ये भाजपा ही दिल्ली का विकास कर सकती है। बीते दस सालों में दिल्ली ने जिस तरह की सरकार देखी है वो किसी आपदा से कम नहीं है। .ये एहसास आज दिल्ली वालों को अच्छे से हो चुका है। इसलिए अब दिल्ली में एक ही आवाज गूंज रही है, ‘आपदा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’। लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जनता से सभी सांसदों को आशीर्वाद दिया, मुझे विश्वास है कि विधानसभा चुनाव में भी आशीर्वाद मिलने वाला है।

दिल्ली का दिल जीतने का सबसे स्वर्णिम समय

दिल्ली में भाजपा ने अपने बेहतरीन उम्मीदवार उतारे हैं। मैं सभी उम्मीदवारों से कहूंगा कि ये दिल्ली का दिल जीतने का सबसे स्वर्णिम समय है। जुट जाइये और दिल्ली को आपदा से मुक्ति दिलाइये। दिल्ली को दुनिया के बेस्ट शहरों में से एक बनाना हमारा संकल्प है। दिल्ली गरीब और मिडिल क्लास परिवारों के सपनों को पूरा करने वाला शहर बनेगा। दिल्ली नौजवानों के लिए नए भविष्य के निर्माण का शहर बनेगा। दिल्ली को ऐसे विकास की जरूरत है, जो दुनिया के लिए अर्बन डेवलपमेंट का मॉडल बनें। ये तभी हो सकता है जब केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार काम करेगी। जिसे दिल्ली की परवाह न हो वो दिल्ली का विकास नहीं कर सकती।

केजरीवाल के झूठ का उदाहरण है शीशमहल

आपदा वाले केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाते हैं कि केंद्र पैसा नहीं देती, लेकिन इनके झूठ का उदाहरण शीश महल है। आपको जानकर ये पीड़ा होगी, पूरे देश के लोग चौंक जाएंगे, जब दिल्ली के लोग कोरोना से जूझ रहे थे, जब लोग ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भटक रहे थे, तो इनका पूरा फोकस अपना शीशमहल बनवाने पर था। इन्होंने शीशमहल का भारी भरकम बजट बनाया और आज एक अखबार ने खुलासा किया कि कैसे इस शीशमहल पर उस बजट से भी तीन गुना ज्यादा पैसे खर्च किए गए। यही इनकी सच्चाई है। इन्हें दिल्ली के विकास की चिंता नहीं है, इसलिए आज हर दिल्ली वाला कह रहा है- ‘आपदा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’।

 

 

 

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