Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

रिलायंस फ़ाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम 5 लाख युवाओं को देंगे नए कौशल

Published

on

Loading

रिलायंस फ़ाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने एक साथ आते हुए देश के 5 लाख युवाओं को नए कौशल सिखाने की घोषणा की है। इन युवाओं को आने वाले तीन सालों में आज के दौर में काम आने वाले स्किल्स (फ्यूचर-रेडी स्किल्स) अलग अलग कोर्सेज के माध्यम से सिखाए जाएंगे। इस साझेदारी में कोर्स डेवलपमेंट और युवाओं की क्षमता निर्माण के साथ एडटेक, साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पर्यावरण सस्टेनेबिलिटी, पॉलिसी एनालसिस और कई अन्य सेक्टर्स पर ध्यान दिया जाएगा। रिलायंस फाउंडेशन के ‘डिजिटल-फॉरवर्ड एप्रोच’ के चलते ऐसे युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल होगी जो भविष्य में काम आने वाले नए करियर में रुचि रखते हैं।

इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि “भारत – कौशल, पुनःकौशल और कौशल उन्नयन के मंत्र को अपनाकर अब किसी से रुकने वाला नहीं है। स्किलिंग ईकोसिस्टम में विभिन्न डिजिटल सेवाओं के इस्तेमाल से ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर युवा को अपने कौशल के विकास के लिए सुविधाएँ कहीं भी और कभी भी उपलबद्ध हों। जिस तरह प्रौद्योगिकी, स्केल, सम्पोषणीयता, के साथ भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, इससे भारतीय कार्यबल न केवल देश की मांग की पूर्ति करेगा बल्कि विश्व स्तर पर भी नए बेंचमार्क स्थापित करेगा।”

इस स्ट्रेटेजिक साझेदारी पर रिलायंस फाउंडेशन के सीईओ श्री जगन्नाथ कुमार, ने कहा कि “भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है, और यह हमारा प्रयास है कि हम उन्हें ‘फ़्यूचर-रेडी’ स्किल्स के साथ तैयार करें। रिलायंस फाउंडेशन में हम मानते हैं कि यह साझेदारी उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने और उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक अनोखी पहल है। एनएसडीसी के साथ यह साझेदारी, युवाओं के कौशल विकास में मदद करेगा, ताकि वे बदलती कार्य-प्रणालियों और अवसरों के साथ योजना बना सकें। रिलायंस फाउंडेशन और एनएसडीसी समान दृष्टिकोण और उद्देश्य के साथ युवा शक्ति को बढ़ावा देने के लिए साथ आगे आए हैं।”

इस प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी और प्रभावी कोर्सेज तैयार किए जाएंगा। वहीं ऑनलाइन कोचिंग से लेकर सर्टीफिकेशन, इंडस्ट्री के साथ मिलकर प्लेसमेंट्स आदि प्रदान कर युवाओं को भविष्य के लिए तैयार किया जाएगा।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending