Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

झारखण्ड

झारखंड की महिलाओं के खाते में जल्द भेजी जाएगी मंईयां सम्मान योजना की पांचवीं किस्त

Published

on

Loading

रांची। झारखंड की महिलाओं को बहुत जल्द मंईयां सम्मान योजना की पांचवीं किस्त की राशि भेज दी जाएगी। विधानसभा चुनाव से पहले अंतिम कैबिनेट की बैठक में हेमंत सरकार ने 2500 रुपये देने का फैसला लिया था। अब सरकार बनने के बाद कल्याण विभाग 2500 रु भेजने की तैयारी में जुट गया है।

मंईयां सम्मान योजना का रजिस्ट्रेशन लगातार चल रहा है। हेमंत सोरेन की नई सरकार बनने के बाद इसे लेकर कवायद तेज हो गई है। संभावना जतायी जा रही है कि 11 दिसंबर तक पांचवीं किस्त की राशि भेज दी जाएगी। इस योजना के तहत 57 लाख महिलाओं के खाते में 2500-2500 रुपये भेजे जाएंगे।

नवंबर माह में महिलाओं के खाते में 1-1 हजार रुपये भेज दिये गये थे। आचार संहिता से पहले हेमंत सरकार ने ऐलान कर दिया था कि दिसंबर से महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना के तहत 2500 रुपये भेजे जाएंगे। इससे पहले चार किस्त की राशि महिलाओं का खाते में जा चुकी है।

मंईयां सम्मान योजना के तहत 18 से 50 साल की महिलाओं के खाते में हर माह 1000 रुपये दिए जा रहे थे, जिसे बढ़ाकर 2500 रुपये किया गया. हेमंत सोरेन और इंडिया गठबंधन ने इस योजना को अपनी हर सभा में जिक्र किया, जिसका फायदा विधानसभा चुनाव में मिला और इंडिया गठबंधन ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की।

Continue Reading

झारखण्ड

सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य की 56 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में ट्रांसफर किए 2500 रु

Published

on

Loading

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की 56 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खाते में सोमवार को बढ़ी हुई 2500 सम्मान राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। नामकुम के खोजाटोली के ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित राज्यस्तरीय मंईयां सम्मान कार्यक्रम में जैसे ही बटन दबाकर मंईयां सम्मान योजना की लाभुकों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए, महिलाएं खुशी से झूम उठीं।

झारखंड सरकार ने झारखंड की आधी आबादी को सशक्त बनाने के उद्देश्य इस अभियान की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने राज्य की 56,61,791 महिलाओं के बैंक अकाउंट में 1415 करोड़ 44 लाख 77 हजार रुपए डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजे।

हेमंत सोरेन ने कहा कि महिला और पुरुष एक हल के दो बैल होते हैं। जब तक दोनों साथ नहीं चलेंगे, तब तक खेती नहीं होगी। इसलिए देश और राज्य के विकास की कल्पना महिलाओं को ध्यान में रखे बगैर नहीं की जा सकती है। हमने जो कदम उठाया है। आने वाले समय में देश के अन्य राज्य भी उसका अनुसरण करेंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए योजनाएं बहुत बनीं, लेकिन महिलाओं का विकास नहीं हुआ. झारखंड की महिलाओं में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलने की क्षमता है।

हेमंत सोरेन ने महिलाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपने चुनाव में कमाल कर दिया। आपने हमें जो आशीर्वाद और सम्मान दिया उससे हम अभिभूत हैं। हमने वादा किया था कि राज्य की आधी आबादी को उनका हक-अधिकार दिलाएंगे। उनके सपनों को पूरा करने में हम मदद करेंगे।

Continue Reading

Trending