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नेशनल

जनजातीय समाज में रही है सर्वस्व न्यौछावर करने की परंपरा: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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President Draupadi Murmu

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भोपाल। मप्र में आज मंगलवार को बिरसा मुंडा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रदेश के शहडोल जिले में जनजातीय गौरव दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने मंच से नियमावली का विमोचन प्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया।

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पेसा लागू करने वाला मध्य प्रदेश देश का अब 7वां राज्य बन गया। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू का पारंपरिक मुकुट पहना कर और नृत्य से स्वागत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज मंगलवार का दिन मेरे लिए मंगलमय हो गया। समाज के वंचित वर्ग के लिए कार्य करने हेतु मप्र सरकार को बधाई देती हूं। राष्ट्रहित के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की परंपरा जनजातीय समाज में रही है।

उन्होंने आगे बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में भी जनजातीय समाज के क्रांतिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुझे पूर्व विश्वास है कि केंद्र सरकार द्वारा जनजातीय समाज के लिए स्थापित किए जा रहे एकलव्य विद्यालयों से शिक्षित होने वाले छात्र देश की प्रगति में अपना योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मंच से राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए आज के दिन को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा धरती के आबा, धरती के भगवान कहे जाते थे। अंग्रेज उनके नाम से कांपते थे। ऐसे अमर क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उनके चरणों में प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज से हमारी तपस्वी बहन हमारे भारत की राष्ट्रपति है।

मप्र में लागू हुए पेसा एक्ट को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि यह एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है। पेसा एक्ट सिर्फ गांव में ही लागू किया जाएगा, शहरों में इसे लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा हम ये कानून सामाजिक समरसता के साथ लागू कर रहें है। ये जल, जंगल और जमीन भगवान ने सबके लिए बनाया हैं। ये पेसा कानून जनजातीय समाज को देने वाला है। राजस्व के नक्शे में गलती पाए जाने पर, ग्राम सभा को उसे सही करने का अधिकार होगा।

कार्यक्रम में संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन को देशभर में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है जिसका स्वागत किया जाता है।

आजादी के लंबे समय बाद जनजातीय समाज के उत्थान, विकास और उनकी परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री निरंतर प्रयत्न कर रहे हैं। केंद्र की योजनाओं के साथ मिलकर मध्य प्रदेश सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही है।

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उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

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