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उत्तर प्रदेश

यूपी: 68 प्रतिशत उपभोक्ता कर रहे बिजली बिल का डिजिटल भुगतान

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लखनऊ। प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए विगत 7 वर्ष में योगी सरकार ने जो प्रयास किए हैं, उसका असर साफ देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लि.(यूपीपीसीएल) ने कंज्यूमर फ्रेंडली ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिसके चलते विद्युत सेवाएं प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। इसके माध्यम से स्वयं बिल जेनरेट करने के साथ-साथ ऑनलाइन बिल का भुगतान करने के मामलों में आमूलचूल वृद्धि हुई है। यही नहीं, नए कनेक्शंस, बिल करेक्शन, कंप्लेंट और टैरिफ चेंज जैसी सुविधाओं के लिए यूपीपीसीएल का कंज्यूमर एप लोगों की मुश्किलों को आसान कर रहा है।

डिजिटली हो रहा बिजली बिल का भुगतान

वो दिन लोग भूले नहीं होंगे जब बिजली का बिल जमा करने के लिए लोगों को बिजली विभाग के कार्यालयों में घंटों लाइन में लगना पड़ता था। हालांकि, यूपीपीसीएल ने कंज्यूमर फ्रेंडली जो सुविधाएं शुरू की हैं उसके माध्यम से काउंटर्स पर फिजिकली बिजली बिल जमा करने वालों की संख्या मात्र 32 प्रतिशत रह गई है, जबकि 68 प्रतिशत तक उपभोक्ता ऑनलाइन, ई वॉलेट और सीएससी के माध्यम से बिल का भुगतान करने में सक्षम हुए हैं। सबसे ज्यादा 39 प्रतिशत ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है, जबकि ई वॉलेट के माध्यम से 21 प्रतिशत तक भुगतान हो रहा है। वहीं विभिन्न कार्ड (क्रेडिट और डेबिट कार्ड) के जरिए 8 प्रतिशत तक भुगतान किया जा रहा है।

ऑनलाइन पोर्टल ने आसान की राह

इसके अतिरिक्त यूपीपीसीएल ने नए कनेक्शन प्राप्त करने के लिए फेसलेस मैकेनिज्म के तहत झटपट पोर्टल, निवेश मित्र और पीटीडब्ल्यू पोर्टल की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग के कार्यालय जाकर समय बर्बाद करने की आवश्यकता नहीं रह गई है। यही नहीं, ऑनलाइन ऑटो लोड इनहैंसमेंट, सेल्फ बिल जेनरेशन भी संभव हुआ है। इसके साथ ही, यदि आपका बिल गलत आ गया है तो इसे भी ऑनलाइन पोर्टल या एप के माध्यम से रिवीजन के लिए भेज सकते हैं। इसी तरह अपने नाम व एड्रेस में करेक्शन के लिए भी ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जबकि ऑनलाइन ही अपनी कैटेगरी में बदलाव, पर्मानेंट डिसकनेक्शन की भी सुविधा मिल रही है।

किस्तों में भी बिल अदा करने की मिल रही सुविधा

यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल के अनुसार, यूपीपीसीएल कंज्यूमर एप के माध्यम से भी आसानी से नए कनेक्शन, बिल करेक्शन, कंप्लेंट रिड्रेसेल और टैरिफ में बदलाव इत्यादि की सुविधा का उपभोक्ता लाभ उठा रहे हैं। इसी में असिस्टेड बिलिंग की भी सुविधा दी गई है, जिसके जरिए बिलिंग की क्वालिटी में बड़े सुधार के लिए आग्रह किया जा सकता है। यही नहीं, विभाग ने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए किस्तों में बिल अदा करने की भी सुविधा प्रदान की है। उपभोक्ताओं के परिसर में ही रियल टाइम बिल रीडिंग, बिल जेनरेशन और पेमेंट की भी सुविधा ने लोगों का काफी समय बचाया है। इसके अतिरिक्त बैंक और फिनटेक कंपनियां कलेक्शन प्वॉइंट्स के रूप में ऑनबोर्ड हुई हैं। 1912 को विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के लिए व्यापक रूप से संचालित किया जा रहा है।

सोशल मीडिया बन रहा संवाद का माध्यम

सोशल मीडिया की महत्ता को समझते हुए यूपीपीसीएल ने इसको भी संवाद का माध्यम बनाया है। फेसबुक, एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स सभी जिलों में कंज्यूमर्स के साथ संवाद स्थापित करने का अच्छा माध्यम बन रहे हैं। लोग इन सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए न सिर्फ विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतें कर पा रहे हैं, बल्कि विभिन्न समस्याओं को रख पा रहे हैं। विभाग की ओर से भी इन शिकायतों एवं समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। सभी डिस्कॉम्स में डेडिकेटेड सोशल मीडिया सेल्स बनाए गए हैं। वॉट्सएप, एसएमएस के जरिए उपभोक्ताओं को उनके बकाया बिलों और भुगतान की तारीखों के बारे में अलर्ट भेजने की सुविधा शुरू की गई है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ की वेबसाइट पर आए 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा यूजर्स

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महाकुम्भ नगर। मानवता की अमूर्त विरासत के रूप में प्रसिद्ध सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुम्भ 2025 को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों में जिज्ञासा है। अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए लोग इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइट्स और पोर्टल के जरिए महाकुम्भ के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस जिज्ञासा का सबसे बड़ा समाधान उन्हें महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर आकर मिल रहा है। वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार 4 जनवरी तक 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के विषय में जानकारी हासिल की है। इन देशों में यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका समेत सभी कांटिनेंट्स के लोग शामिल हैं।

प्रतिदिन लाखों यूजर्स आ रहे वेबसाइट पर

महाकुम्भ की वेबसाइट को हैंडल कर रही टेक्निकल टीम के प्रतिनिधि के अनुसार 4 जनवरी तक के डाटा के अनुसार अब तक 33 लाख 5 हजार 667 यूजर्स वेबसाइट पर आ चुके हैं। ये सभी यूजर्स भारत समेत पूरी दुनिया के 183 देशों से है। इन 183 देशों में से भी 6206 शहरों से वेबसाइट पर लोग आए हैं और उन्होंने यहां काफी समय भी बिताया है। वेबसाइट पर आने वाले टॉप-5 देशों की बात करें तो पहला नंबर निश्चित रूप से भारत का है, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी से भी लाखों लोग प्रतिदिन वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं। टेक्निकल टीम के अनुसार वेबसाइट के शुभारंभ के बाद से बड़ी संख्या में लोग वेबसाइट पर आ रहे हैं। हालांकि, जैसे-जैसे महाकुम्भ करीब आ रहा है वैसे-वैसे यूजर्स की संख्या लाखों में पहुंचती जा रही है।

6 अक्टूबर को सीएम योगी ने किया था वेबसाइट का शुभारंभ

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस महाकुम्भ को डिजिटल महाकुम्भ के रूप में प्रस्तुत कर रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स बनाए गए हैं। इसी में एक महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट भी है, जिसका शुभारंभ 6 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां प्रयागराज में किया था। इस वेबसाइट पर श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें कुम्भ से जुड़ी परंपराओं, कुम्भ की महत्ता, आध्यात्मिक गुरुओं के साथ-साथ कुम्भ पर किए गए अध्ययन की विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। यही नहीं, महाकुम्भ के दौरान प्रमुख आकर्षण, प्रमुख स्नान पर्व, क्या करें-क्या नहीं और कलाकृतियों को विस्तार से बताया गया है। इसके अतिरिक्त ट्रैवल और स्टे, गैलरी, क्या नया हो रहा है समेत समूचे प्रयागराज के विषय में बताया गया है।

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